दिमाग हिला कर रख देगी सच्ची घटना पर आधारित ये फिल्म, बनने में लगे 16 साल; ताबड़तोड़ की कमाई; आज ही OTT पर देखें
True Incident Based South Movie: ऐसी कई फिल्में बनी हैं, जो सच्ची घटनाओं पर आधारित है, जिनको देख आपका दिल और दिमाग हिल जाता और रोंगटे खड़े हो जाते हैं. आज हम आपको एक ऐसी ही फिल्म के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसको बनने में करीबन 16 साल लग गए. इतना ही नहीं, जब ये फिल्म सिनेमाघरों में रिलीज हुई तो इतने ताबड़तोड़ कमाई भी की. फिल्म की कहानी ने दर्शकों के दिमाग को हिला कर रख दिया था और ये सोचने पर मजबूर कर दिया था कि क्या सच में ऐसा कुछ भी हो सकता है या कभी होगा? इस फिल्म को आप ओटीटी पर देख सकते हैं. चलिए बताते हैं आपको इस फिल्म के बारे में.
कौन सी है ये फिल्म..?
हिंदी सिनेमा से लेकर साउथ फिल्म इंडस्ट्री तक ऐसी कई फिल्में बन चुकी हैं, जो सच्ची घटनाओं पर आधारित होती हैं. इन फिल्मों की स्टोरी ऐसी होती है, जो किसी के भी दिल और दिमाग को हिला देती हैं और रोंगटे खड़े कर देती हैं. आज हम एक ऐसी फिल्म के बारे में बात कर रहे हैं, जिसे बनने में करीब 16 साल लगे. सिनेमाघरों में रिलीज होने के बाद इस फिल्म ने ताबड़तोड़ कमाई की और दर्शकों के दिमाग को झकझोर कर रख दिया. इस फिल्म की कहानी ऐसी है कि किसी को भी ये सोचने पर मजबूर कर दे क्या सच में ऐसा कुछ हो सकता है?
पृथ्वीराज सुकुमारन की फिल्म
हम यहां जिस फिल्म के बारे में बात कर रहे हैं वो इसी साल मार्च में रिलीज हुई साउथ सुपरस्टार पृथ्वीराज सुकुमारन की फिल्म 'आडुजीवितम' है, जिसको दर्शक 'द गोट लाइफ' के नाम से भी जानते हैं. ये फिल्म 28 मार्च को सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी. लेकिन इसका क्रेज कुछ ऐसा था कि इसे देखने को सिलसिला थमने का नाम ही नहीं ले रहा था. इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर ताबड़तोड़ कमाई करते हुए 160 करोड़ का आंकड़ा तक पार कर दिया था. पृथ्वीराज की इस फिल्म को दर्शकों का बेहद शानदार रिस्पॉन्स मिला था.
सच्ची घटना पर है आधारित
पृथ्वीराज सुकुमारन की ये फिल्म 'आडुजीवितम' उर्फ 'द गोट लाइफ' सच्ची घटना पर आधारित बताई जाती है, जो एक किताब ले ली गई है. फिल्म साल 2008 में आए बेन्यामिन के नॉवेल 'आडूजीवीथम' पर आधारित है, जो सच्ची घटना पर लिखी गई है. जब 2008 में ब्लेसी ने ये नॉवेल पढ़ा, तो उन्होंने इसे फिल्म में बदलने का सोचा, लेकिन कई समस्याओं के बाद ये फिल्म बन पाई है. कहानी नजीब नाम के आदमी की है, जो मजदूरी के लिए सऊदी जाता है और एक बूचड़खाने में फंस जाता है, जहां उसे बकरियों की देखभाल करनी पड़ती है. फिल्म में दिखाया गया है कि वो कैसे वहां से बच कर निकलता है.
दिल और दिमाग हिला देती है फिल्म
ये फिल्म पूरी तरह से दिल और दिमाग को हिला देती है. जब कोई दूसरे देश में फंस जाता है, तो वहां उसके साथ क्या-क्या हो सकता है. इसे बहुत असरदार तरीके से दिखाया गया है. आप इस सोच में पड़ जाते हैं कि क्या अपने देश को छोड़ना सही होगा? पहले हाफ में फिल्म काफी अच्छी है और मुद्दे पर आती है, लेकिन दूसरे हाफ में जो दिखाया जाता है, वो बहुत आपको झंझोर कर रखा देता है और आपके रोंगटे खड़े हो जाते हैं. लोग पानी की एक बूंद के लिए तरसते हैं और जानवरों की तरह जीते हैं, ये सब देखना बेहद दुखद हो सकता है.
जबरदस्त है फिल्म का डायरेक्शन, म्यूजिक और अभिनय
'आडुजीवितम' उर्फ 'द गोट लाइफ' की कहानी ब्लेसी ने ही लिखी है और उन्होंने ही इस फिल्म को डायरेक्ट भी किया है. फिल्म की अपार सफलता के बाद ये कहना गलत नहीं होगा कि ब्लेसी इस फिल्म की आत्मा हैं. उन्होंने किरदार के दर्द को जिस तरह से दिखाया है, वो एक बेहतरीन डायरेक्टर ही कर सकता है. उनके हर एक फ्रेम पर की गई मेहनत तारीफ के लायक है. पृथ्वीराज के अभिनय के फैंस दीवाने हो चुके हैं. फिल्म को म्यूजिक ए.आर. रहमान ने दिया है, जो फिल्म में नई ऊर्जा लाता है. मूड के साथ पूरी तरह मेल खाता है.
इस OTT प्लेटफॉर्म पर देख सकते हैं ये फिल्म
अगर आप भी इस फिल्म को देखना चाहते हैं तो OTT प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर देख सकते हैं. बता दें, पृथ्वीराज सुकुमारन की फिल्म 'आडुजीवितम' (द गोट लाइफ) का बजट करीब 82 करोड़ रुपये था और इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर 160 करोड़ रुपये की कमाई की थी. जिसका सीधा मतलब ये निकलता है कि फिल्म ने दर्शकों का इतना दिल जीता कि फिल्म ने 75 दिनों के अंदर-अंदर अपने बजट से दोगुना ज्यादा कमाई की थी और इसको ओटीटी पर भी जबरदस्त रिस्पॉन्स मिल रहा है.