वायनाड उपचुनाव: प्रियंका के पर्चा भरते समय कमरे से बाहर थे खरगे? बीजेपी ने दिखाया वीडियो, क्या है पूरी कहानी
Wayanad Bypoll 2024: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने बुधवार को वायनाड लोकसभा सीट से नामांकन दाखिल किया. प्रियंका वायनाड उपुनाव (Wayanad by election 2024) से पहली बार चुनावी राजनीति में कदम रख रही हैं. नामांकन के मौके पर पूरा परिवार उनके साथ था. कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, पति रॉबर्ट वाड्रा, पुत्र रेहान राजीव वाड्रा के साथ-साथ कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहे. बीजेपी के कई नेताओं ने आरोप लगाया कि वायनाड में गांधी परिवार ने खरगे का `सरेआम अपमान` किया. असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत समेत कई बीजेपी नेताओं ने सबूत के तौर पर एक वीडियो भी शेयर किया. कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत समेत पार्टी के कई नेताओं के बीजेपी के इस आरोप को सिरे से खारिज करते हुए तस्वीरें जारी कीं. प्रियंका के नामांकन के दौरान खरगे के कथित अपमान की पूरी कहानी आगे जानिए.
क्या है बीजेपी नेताओं का आरोप?
बीजेपी के तमाम नेताओं ने बुधवार को एक वीडियो शेयर किया. इसमें कथित रूप से कांग्रेस प्रमुख किसी कमरे के बाहर से भीतर झांकते नजर आ रहे हैं. केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने X (पहले Twitter) पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि 'जब आप खरगे हों, लेकिन घर के नहीं!!!'
असम सीएम हिमंता ने उसी वीडियो के कैप्शन में लिखा, 'आज वायनाड में तथाकथित पवित्र त्रिमूर्ति द्वारा खरगे जी जैसे वरिष्ठ सांसद और दलित नेता के प्रति दिखाए गए अनादर को देखना बेहद निराशाजनक है. चाहे वह AICC या PCC का अध्यक्ष हो, क्या परिवार उन लोगों को अपमानित करने में गर्व महसूस करता है जिन्हें वे केवल रबर स्टैम्प मानते हैं?'
कांग्रेस ने बीजेपी के आरोपों पर क्या कहा?
खरगे और कांग्रेस के आधिकारिक X हैंडल से प्रियंका के नामांकन की कई तस्वीरें और वीडियो पोस्ट किए गए हैं. रिटर्निंग ऑफिसर के दफ्तर में प्रियंका के एक तरफ राहुल तो दूसरी तरफ खरगे बैठे नजर आ रहे हैं. बीजेपी का आरोप है कि प्रियंका जब डीएम के कमरे में नामांकन दाखिल करने गईं तो खरगे को भीतर नहीं आने दिया गया. हालांकि, कांग्रेस नेताओं ने कहा कि नामांकन कक्ष में तय संख्या में लोग ही भीतर जा सकते हैं.
कांग्रेस सचिव और पार्टी अध्यक्ष के कार्यालय में संचार के प्रभारी, प्रणव झा ने शेखावत के पोस्ट को कोट करते हुए लिखा, 'ये देश के केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री हैं. एक तरह से यह हमारे देश और मोदी सरकार के सांस्कृतिक राजदूत हैं. इन्हें भी मालूम होगा कि नामांकन दाखिल करते वक्त निश्चित संख्या (यहां पर 5) में लोग अंदर जा सकते हैं. DM का कमरा CCTV की चुनाव आयोग की निगरानी में होता है इसलिए वो चाह कर भी नियम की अनदेखी नहीं कर सकते. ना ही हमारे नेता उन पर कोई दवाब बनाना चाहते थे. अब इन माननीय और इनके प्रजाति के अन्य अनगिनत माननीयों के आचरण पर कोई क्या कहे! इन्हें इसी फूहड़पने और चारण- नृत्य का पारितोषिक मिलता है. शायद इसी अमृत काल की परिकल्पना आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने की थी.'
वायनाड की जनता से प्रियंका का वादा
नामांकन से पहले प्रियंका गांधी ने कलपेट्टा में एक विशाल सभा को संबोधित किया और फिर एक रोड शो भी किया. वायनाड लोकसभा उपचुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने से पहले एक सभा को संबोधित करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि वह 1989 में अपने पिता राजीव गांधी के साथ चुनाव प्रचार में शामिल हुईं थीं, उसके बाद से 35 वर्षों में उन्होंने अपनी मां सोनिया गांधी, अपने भाई राहुल गांधी और पार्टी के अन्य सहयोगियों के लिए प्रचार किया है.
नामांकन दाखिल करने के बाद प्रियंका गांधी ने X पर पोस्ट किया, 'आज वायनाड उपचुनाव के लिए नामांकन दाखिल करना भावनाओं से भरा क्षण था. आपने राहुल जी को और अब मुझे जो प्यार दिखाया है, वह कुछ ऐसा है जिसे मैं हर कदम पर अपने साथ संजोकर रखूंगी.' उन्होंने कहा, 'वायनाड की ताकत इसके लोगों में निहित है. उनमें दयालुता, विनम्रता और बेहतर भविष्य के प्रति विश्वास है. मैं आपकी आवाज सुनूंगी, उन मुद्दों को उठाऊंगी जो आपके लिए मायने रखते हैं और वायनाड की प्रगति के लिए अथक प्रयास करूंगी. प्रत्येक समर्थक, प्रत्येक यूडीएफ कार्यकर्ता और हमारे साथ खड़े रहने वाले प्रत्येक परिवार को दिल की गहराइयों से धन्यवाद.'
बहन के लिए राहुल की अपील
राहुल गांधी ने वायनाड की जनता से प्रियंका गांधी का समर्थन करने की अपील की. उन्होंने कहा कि वायनाड से उनकी बहन के निर्वाचन के बाद यह देश का इकलौता निर्वाचन क्षेत्र होगा जिसके संसद में एक नहीं, बल्कि दो सांसद होंगे. उत्तर प्रदेश के रायबरेली से लोकसभा सदस्य राहुल गांधी ने कहा कि वह वायनाड के अनौपचारिक रूप से सांसद बने रहेंगे.
प्रियंका के नामांकन के बाद राहुल गांधी ने X पर पोस्ट किया, 'प्रियंका हमेशा ऐसी व्यक्ति रही हैं जो अपने परिवार और दोस्तों के लिए कुछ भी त्याग कर सकती हैं और यही गुण उन्हें वायनाड के लिए एक असाधारण सांसद बना देगा. उनके लिए वायनाड के लोग परिवार हैं. उनके भाई के रूप में, मैं आपसे उनका समर्थन और सुरक्षा करने के लिए कहता हूं जैसा आपने मेरे लिए किया है. मैं आपके अनौपचारिक सांसद के रूप में हमेशा वायनाड के साथ खड़ा रहूंगा.'
वायनाड उपचुनाव: प्रियंका जीतीं तो बनेगा इतिहास
राहुल गांधी लोकसभा चुनाव में वायनाड के साथ रायबरेली से भी निर्वाचित हुए थे. बाद में उन्होंने वायनाड सीट छोड़ने का फैसला किया. इस वजह से यहां उपचुनाव हो रहा है. वायनाड में 13 नवंबर को मतदान होगा और मतगणना 23 नवंबर को होगी. वायनाड से निर्वाचित होने पर प्रियंका पहली बार किसी सदन की सदस्य बनेंगी. वह 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले सक्रिय राजनीति में उतरी थीं. उसके बाद से वह पार्टी महासचिव की जिम्मेदारी निभा रही हैं. निर्वाचित होने पर प्रियंका गांधी पहली बार सांसद बनेंगी तथा यह भी पहली बार होगा कि गांधी परिवार के तीन सदस्य - सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका एक साथ संसद में होंगे.