Photos: मूर्तियों और मंदिर के प्रमाण, ASI सर्वे में ज्ञानवापी से सामने आईं ये चीजें, देखें तस्वीरें

Gyanvapi Mosque: पुरातत्व विभाग की रिपोर्ट के सामने आने के बाद दावा किया गया है कि मस्जिद बनाने में हिंदू मंदिर के स्तंभों का ही प्रयोग किया गया है. इसी बीच अंदर की तस्वीरें भी सामने आई हैं.

गौरव पांडेय Fri, 26 Jan 2024-5:49 pm,
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What Found Inside Gyanvapi: अयोध्या में राम मंदिर बनने के बाद अब मथुरा काशी को लेकर हलचल मची हुई है. इसी कड़ी में अब काशी की ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर ASI की सर्वे रिपोर्ट सार्वजनिक हो गई है. दावा है कि भारतीय पुरातत्व विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक़ मौजूदा ढाँचे को बनाने से पहले हिंदू मंदिर था. 

 

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असल में ASI ने अपनी रिपोर्ट में यह भी कहा है कि ज्ञानवापी में पहले हिंदू मंदिर था. ज्ञानवापी के खंभों पर हिंदू देवी देवताओं के प्रतीक चिन्ह मिले हैं. ज्ञानवापी के खंभों पर पशु पक्षियों के चिन्ह भी अंकित मिले हैं. इसके अलावा ASI ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि पश्चिमी दीवार हिंदू मंदिर का बचा हुआ हिस्सा है. 

 

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यह भी कहा गया है कि ज्ञानवापी में जो मस्जिद बनी है, उसे बनाने के लिए हिंदू मंदिर के स्तंभों का ही प्रयोग किया गया है. इसी बीच अंदर की तस्वीरें भी सामने आई हैं.

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बना दें कि ज्ञानवापी के सर्वे के दौरान ASI ने GPR तकनीक का भी सहारा लिया. GPR सर्वे के मुताबिक़ ज्ञानवापी के उत्तरी हॉल में एक कुँआ प्रतीत होता है. मौजूदा ढाँचे को बनाने के लिए हिंदू मंदिर के खंभों और प्लास्टर का प्रयोग किया गया. ASI ने अपनी सर्वे रिपोर्ट में साफ़ तौर पर यह लिखा है कि यहाँ पर एक बड़ा हिंदू मंदिर था. 

 

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ज्ञानवापी परिसर में जो शिलालेख मिले हैं, वो हिंदू मंदिर होने के सबसे बड़े सबूत के तौर पर देखे जा रहे हैं. ASI को पूरे परिसर में लगभग 32 ऐसे सबूत मिले हैं, जिससे यह साबित होता है कि ज्ञानवापी का धार्मिक स्वरूप हिंदू मंदिर का है. यानि हिंदू मंदिर को तोड़कर यहाँ पर मस्जिद बनाई गई. मस्जिद बनाने में हिंदू मंदिर के अवशेषों का ही बड़े स्तर पर प्रयोग किया गया.

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ASI के सर्वे रिपोर्ट को अध्ययन करने के बाद यह पता चलता है कि ज्ञानवापी के शिलालेख देवनागरी, ग्रंथ, तेलुगु और कन्नड़ भाषा में हैं. शिलालेख पर जनार्दन, रूद्र और उमेश्वरा नाम भी लिखा हुआ मिला है. इसके अलावा शिलालेख पर महामन्त्री मंडप जैसे शब्द भी लिखे हुए हैं, जो कि इस केस में काफ़ी महत्वपूर्ण हैं. ASI की सर्वे रिपोर्ट से यह बिल्कुल साफ़ हो चुका है कि ज्ञानवापी के मौजूदा ढाँचे की जगह मंदिर था.

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