शादीशुदा कपल्स में क्यों बढ़ रहा है DINK ट्रेंड? पैरेंट्स को अच्छा नहीं लगता ये तरीका
DINK Definition: पहले के जमाने में किसी जवान लड़का और लड़की की शादी कैसे होगी, मैरिज के बाद विवाहित जोड़े कैसे रहेंगे इसका फैसला पैरेंट्स करते थे, लेकिन अब वक्त काफी बदल गया है. कपल्स रिलेशनशिप से लेकर मैरिड लाइफ को लेकर खुद डिजीजन ले रहे हैं. ऐसे में युवा जोड़े एक ट्रेंड को काफी ज्यादा फॉलो कर रहे हैं जिसे `DINK` के नाम से जाना जाता है.
DINK किसे कहते है?
'DINK' का मतलब है 'ड्यूअल इनकम नो किड्स' (Dual Income No Kids), यानी शादी के बाद पति और पत्नी दोनों दफ्तर में काम करके इनकम जेनरेट करते हैं, लेकिन उन्हें बच्चे पैदा करने की जल्दी नहीं है, या फिर वो बेबी प्लान नहीं करना चाहते
क्यों बढ़ रहा है न?
आजकल हस्बैंड और वाइफ दोनों ही अपने-अपने काम में इतनी बिजी रहते हैं, कि वो बच्चे के बारे में सोचना ही नहीं चाहते. उनकी ख्वाहिश होती है कि जमकर कमाएं और लाइफ एन्जॉय करें.
कहां से आया ये ट्रेंड?
यूरोप और उत्तरी अमेरिका के देशों में काफी कपल बेबी प्लान नहीं करना चाहते, वो इस जिम्मेदारी के लिए तैयार नहीं होते. इसलिए वो शादी के बाद 'ड्यूअल इनकम नो किड्स' के कॉन्सेप्ट को फॉलो करते हैं.
कपल्स के पैरेंट्स क्यों रहते हैं खिलाफ?
भारत में वंश आगे बढ़ाने का रिवाज सदियों से चला आ रहा है. हमारे माता पिता चाहते हैं कि बच्चों की वक्त पर शादी हो और बच्चे भी जल्दी हो जाएं, ताकि मरने से पहले अपने पोते-पोतियों या नाती और नवासियों को देखने की खुशनसीबी हासिल हो सके. ऐसे में कपल्स अगर 'ड्यूअल इनकम नो किड्स' का ट्रेंड अपनाते हैं, तो ये उन्हें पसंद नहीं आता.
DINK ट्रेंड के नुकसान
'ड्यूअल इनकम नो किड्स' के कई नुकसान हो सकते हैं, जैसे बुढ़ापे में आपके लिए कोई सहारा नहीं होगा, खासकर जब आप बीमारियों से घिर जाएंगे. यूरोप में इस ट्रेंड का नुकसान देखा जा रहा है, वहां के मूल निवासी की आबादी घट रही है और माइग्रेट लोगों की आबादी तेजी से बढ़ रही है.