Sainik School: कहां है भारत का पहला बालिका सैनिक स्कूल, कितनी हैं सीट और कब होगा एडमिशन के लिए एंट्रेंस टेस्ट
India`s First Girls Sainik School: देश का पहला बालिका सैनिक स्कूल वृंदावन में खुल गया है. मतलब इस स्कूल में सिर्फ लड़कियों का एडमिशन होगा. इससे सेना में फीमेल कैंडिडेट्स की भागीदारी बढ़ेगी.
संविद गुरुकुलम बालिका सैनिक विद्यालय वात्सल्य ग्राम परिसर में स्थित है, जिसकी स्थापना साध्वी ऋतंभरा ने की थी.
इसका उद्घाटन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किया. उन्होंने कहा वह समय यह स्वीकार करने का था कि इस देश की सुरक्षा करने का अधिकार जितना पुरुषों को है, उतना ही इस देश की नारी शक्ति को भी है. आज यहां पर बालिका सैनिक स्कूल की शुरुआत हो रही है.
रक्षा मंत्री ने कहा, "संविद गुरुकुल गर्ल्स सैनिक स्कूल उन लड़कियों के लिए प्रकाश की किरण है जो सशस्त्र बलों में शामिल होने और मातृभूमि की सेवा करने की इच्छा रखती हैं."
CBSE करिकुलम के साथ स्टूडेंट्स को मिलिट्री ट्रेनिंग भी दी जाएगी. सैनिक स्कूल में 120 सीटें होंगी. इसमें एडमिशन के लिए 21 जनवरी को लिखित परीक्षा आयोजित की जाएगी और सिलेक्ट होने वाले स्टूडेंट्स की मेरिट लिस्ट जारी होने से पहले ई-काउंसलिंग में भाग लेना होगा.
छात्राओं को तीन बैच में एडमिशन दिया जाएगा. उन्हें मिलिट्री ट्रेनिंग के साथ-साथ पूर्व सैनिकों या एनसीसी ट्रेनर्स द्वारा स्पोर्ट्स और ऑब्सटेकल ट्रेनिंग भी दी जाएगी. सीएम ने यूपी के लिए सैनिक स्कूल को मंजूरी देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री को धन्यवाद दिया.
सीएम ने कहा कि यूपी में सैनिक स्कूलों की परंपरा 1960 में शुरू हुई जब डॉ. संपूर्णानंद सीएम थे. उन्होंने लखनऊ में पहला सैनिक स्कूल स्थापित किया. "मुझे स्कूल समिति के अध्यक्ष के रूप में 2017 में इस स्कूल का दौरा करने का अवसर मिला. जब मुझे पता चला कि वहां लड़कियों को प्रवेश नहीं मिलता तो मैंने कहा कि अगले सेशन से लड़कियों को भी स्कूल में प्रवेश दिया जाए. यह प्रोग्राम 2018 में शुरू हुआ था.