कौन संभालेगा महिंद्रा के अरबों का कारोबार ? विदेश में रहती हैं आनंद महिंद्रा की बेटियां, नहीं लेती पिता के कारोबार में दिलचस्पी
Anand Mahindra: महिंद्रा एंड महिंद्रा का कारोबार संभाल रहे आनंद महिंद्रा बेहद पॉपुलर उद्योगपतियों में से एक हैं. जितना वो अपने कारोबार को लेकर चर्चा में रहते हैं, उतनी ही चर्चा उनके सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर होती है. यूथ के बीच उनकी लोकप्रियता काफी है.
Anand Mahindra Family
Anand Mahindra Family: महिंद्रा एंड महिंद्रा का कारोबार संभाल रहे आनंद महिंद्रा बेहद पॉपुलर उद्योगपतियों में से एक हैं. जितना वो अपने कारोबार को लेकर चर्चा में रहते हैं, उतनी ही चर्चा उनके सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर होती है. यूथ के बीच उनकी लोकप्रियता काफी है. आनंद महिंद्रा समय-समय पर शानदार पोस्ट शेयर करते रहते हैं. अपने काम और कारोबार को लेकर वो इतने सजग रहते हैं कि वो सिर्फ महिंद्रा की ही गाड़ियां इस्तेमाल करते हैं. आनंद महिंद्रा सोशल मीडिया पर तो खूब एक्टिव रहते हैं, लेकिन उनकी फैमिली, उनके बच्चों के बारे में बहुत कम लोग ही जानते हैं.
आनंद महिंद्रा की फैमिली
आनंद महिंद्रा 1.9 लाख करोड़ रुपये मार्केट वाली कंपनी महिंद्रा एंड महिंद्रा ग्रुप को संभाल रहे हैं. ऑटोमोबाइल, एग्रीकल्चर, आईटी और एयरोस्पेस समेत कई सेक्टर्स में महिंद्रा का कारोबार फैला है. उनकी फैमिली में उनकी पत्नी अनुराधा और दो बेटियां दिव्या और आलिका है. उनकी दोनों बेटियां विदेश में रहती है. दोनों में से कोई भी महिंद्रा ग्रुप में लीडरशीप पोजिशन में नहीं है और न ही उनकी पत्नी कारोबार में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेती है.
कौन हैं आनंद महिंद्रा की बेटियां
आनंद महिंद्रा की दो बेटियां हैं दिव्या और आलिका विदेश में सेटल हैं. उनकी बेटी दिव्या ने न्यूयार्क से डिजाइनिंग और व्यूअल कम्यूनिकेशन में बैचलर डिग्री हासिल की है. डिग्री पूरा करने के बाद से वो साल 2009 में फ्रीलांसर के तौर पर काम किया. साल 2015 से वो वर्व मैग्जीन में बतौर आर्ट डायरेक्टर काम कर रही हैं. उन्होंने मैक्सिकन मूल के आर्टिस्ट डॉर्ड जपाटा से शादी की और वहीं अमेरिका में बस गई. महिंद्रा की दूसरी बेटी आलिका ने फ्रांसीसी नागरिक से शादी की.
महिंद्रा के कारोबार से दूर
आनंद महिंद्रा की दोनों बेटियां और पत्नी महिंद्रा के कारोबार से दूर रहती हैं. इस बारे में जब एक बार उनसे सवाल किया गया तो आनंद महिंद्रा ने बताया कि उन्होंने अपनी बेटियां को अपने फैसले लेने की पूरी छूट दी है. उन्होंने बेटियों को कंपनी ज्वाइन करने के लिए कभी फोर्स नहीं किया. उनकी बेटियों ने अपनी पसंद के लड़कों से उनकी शादी की. उन्होंने इसके लिए भी कभी उनपर दवाब नहीं डाला. उन्होंने कहा कि मेरी कोशिश रही कि उनकी बेटियां अपनी पसंद खुद तय करें.
महिंद्रा फैमिली बिजनेस नहीं
एक बार जब बोर्ड मीटिंग में उनसे सवाल किया गया कि उनकी बेटियां कारोबार का हिस्सा क्यों नहीं है? इसपर जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि उनकी दोनों बेटियां फैमिली बिजनस का हिस्सा है. उन्होंने कहा कि महिंद्रा एंड महिंद्रा उनके लिए फैमिली बिजनेस नहीं है. वो अपनी मां के साथ उनके बिजनेस में हाथ बंटाती हैं. बता दें कि आनंद महिंद्रा की पत्नी अनुराधा इस मैगजीन की फाउंडर और एडिटर हैं, दोनों बेटियां उसी मैंगजीन से जुड़ी हैं. दिव्या मैगजीन में क्रिएटिव डायरेक्टर है और आलिका एडिटोरियल डायरेक्टर हैं.
वो महिंद्रा के कस्टोडियन
आनंद महिंद्रा ने बताया कि उनके दादाजी ने साल 1945 में देशभक्ति के तौर पर कंपनी की शुरुआत की थी. वो अपने इस कारोबार को जनता के पैसों के कस्टोडियन के तौर पर देखते थे. इसलिए वो भी मानते हैं कि महिंद्रा एंड महिंद्रा उनका फैमिली बिजनेस नहीं है. बता दें कि आनंद महिंद्रा के इस मल्टी बिलियन एंपायर का उत्तराधिकारी कौन होगा यह अभी तय नहीं है.