Patna: बिहार की राजनीति में एक बार फिर हलचल है. लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) में टूट की सुगुगाहट है. हाजीपुर सांसद पशुपति पारस ने JDU के बड़े लीडर ललन सिंह से मुलाकात की है. चिराग पासवान को छोड़कर LJP के सभी सांसदों ने पशुपति पारस को माना अपना नेता मान लिया है.


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पशुपति पारस को लोक जनशक्ति पार्टी के संसदीय दल के नेता बनाए जा सकते हैं. लोक सभा के स्पीकर ओम बिरला को पत्र लिखकर इसके बारे में सभी पांच सासंदों ने इसकी सूचना दी है. इससे साफ होता है कि चिराग पासवान अब पार्टी में अकेले पड़ सकते हैं.


सूत्रों के हवाले से खबर मिल रही है कि LJP में  बड़ी टूट हो सकती है. हाजीपुर सांसद पशुपति पारस ने JDU के बड़े लीडर ललन सिंह से मुलाकात की है. एलजेपी के सभी सांसदों ने पशुपति पारस को अपना नेता मान लिया है. साफ है कि पार्टी में अब एलजेपी में चिराग पासवान अकेले पड़ जाएंगे.


बीते दिनों आरसीपी सिंह और ललन सिंह से पशुपति पारस की मुलाकात हुई थी. चिराग से अलग होने वाले नेताओं में पशुपति पारस, प्रिंस राज, महबूब अली केसर, वीणा देवी, चंदन सिंह का नाम है. हालांकि, अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. लेकिन इस बात की पुख्ता जानकारी है कि पशुपति पारस की मुलाकात लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला से हुई है.


पशुपति पारस ने 5 सांसदों का हस्ताक्षर किया हुआ लेटर ओम बिरला को दिए हैं, बैठक सभी सांसदों की पटना में मीटिंग हुई थी. जानकारी के अनुसार, ओम बिरला को जो लेटर लिखा गया है उसमे पार्टी से अलग की बात नहीं है. सभी सांसदों की बैठक पटना में करीब 2 दिन पहले हुई थी. 


सभी सांसदों ने तय किया पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति पारस होंगे. उस चिट्ठी को ओम बिरला के पास आज पशुपति पारस लेकर गए. अब चिराग पासवान को तय करना है कि पशुपति पारस के नेतृत्व में वो बने रहेंगे या नहीं रहेंगे. 


(इनपुट-रूपेंद्र श्रीवास्तव/नेहा सिंह)