पणजी: गोवा के मंत्री सुदीन धवलीकर ने राज्य में लौह अयस्क खनन कार्यों को फिर से शुरू करने में होने वाली देरी के मुद्दे पर बातचीत के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से समय मांगा है. मुख्ममंत्री मनोहर पर्रिकर के मंत्रिमंडल के सबसे वरिष्ठ मंत्री धवलीकर ने बुधवार को कहा कि उन्हें उम्मीद है कि तटीय राज्य के खनन उद्योग की समस्याओं को दूर करने में केन्द्र सफल होगा. मंत्री ने से कहा, "मैंने खनन उद्योग पर आश्रित लोगों को आश्वासन दिया है कि मैं प्रधानमंत्री के समक्ष उनके मुद्दे उठाऊंगा. इसलिए मैंने प्रधानमंत्री से मिलने का समय मांगा है."


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गोवा में सत्तारूढ़ भाजपा के सहयोगी दल महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी के नेता धवलीकर ने कहा, "खनन उद्योग के मौजूदा संकट का समाधान केवल केन्द्र सरकार ही प्रदान कर सकती है." खनन गतिविधियां गोवा में सरकार के लिए राजस्व अर्जित करने का एक महत्वपूर्ण साधन हैं. मार्च में शीर्ष अदालत ने 88 खनन पट्टों का नवीनीकरण रद्द करने का आदेश दिया था जिसके बाद से राज्य में खनन गतिविधियां बंद पड़ी हैं.


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बता दें गोवा में खनन पर आश्रित लोगों ने हाल ही में दिल्ली के रामलीला मैदान में धरना भी दिया था. इसके लिए हजारों की संख्या में लोग राम लीला मैदान में इकट्ठा हुए थे. जिसमें गोवा माइनिंग पीपुल्स फ्रंट के नेतृत्व में वेदांत ग्रुप के लोगों ने भी इस धरने में हिस्सा लिया था. इस धरने में प्रदर्शनकारियों ने केंद्र की मोदी सरकार से मांग की गोवा में खनन उद्योग को फिर से खोला जाए. बता दें गोवा में माइनिंग बंद होने से वहां काम कर रहे कर्मचारियों पर भी काफी असर पड़ा है जिसके चलते उनकी आर्थिक हालत काफी खराब चल रही है.