नई दिल्‍ली: मोदी सरकार में मंत्री रहे कलराज मिश्र को राष्‍ट्रपति ने हिमाचल प्रदेश का राज्‍यपाल नियुक्‍त किया है. वहीं दूसरी तरफ हिमाचल प्रदेश के गवर्नर आचार्य देवव्रत का स्‍थानांतरण कर गुजरात का राज्‍यपाल बनाया गया है. राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद के आदेश में कहा गया है कि कार्यभार संभालने की तारीख से इनकी नियुक्ति प्रभावी मानी जाएगी. 2019 के लोकसभा चुनाव में मोदी सरकार के लगातार दूसरी बार सत्‍ता में आने के बाद राज्‍यपाल के पद पर इस तरह की यह पहली बड़ी नियुक्ति है.


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कलराज मिश्र इससे पहले मोदी सरकार में 2017 तक सूक्ष्‍म, लघु और उद्यम मंत्री (एमएसएमई) रहे. वह तीन बार राज्‍यसभा के भी सदस्‍य रहे. 2019 के चुनाव से पहले उन्‍होंने इस बार का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान करते हुए कहा था कि पार्टी ने कई अन्‍य अहम जिम्‍मेदारियां उनको दी हैं, लिहाजा उनको पूरा करने के लिए वह चुनाव नहीं लड़ेंगे.



उल्‍लेखनीय है कि 2014 के बाद 75 साल से अधिक आयु के कई वरिष्‍ठ नेता सक्रिय राजनीति से रिटायर हो गए थे. इसी आधार पर 2017 में कलराज मिश्र ने मंत्री पद से इस्‍तीफा दे दिया था.


आचार्य देवव्रत
वहीं दूसरी तरफ आचार्य देवव्रत गैर-राजनीतिक पृष्‍ठभूमि से आते हैं. वह 2015 में हिमाचल प्रदेश के राज्‍यपाल नियुक्‍त हुए थे. उससे पहले वह हरियाणा के कुरुक्षेत्र में गुरुकुल के प्रिंसिपल रहे. आर्य समाज प्रचारक के रूप में उन्‍होंने किसानों, नशा-मुक्‍त समाज, गांवों के जीवन स्‍तर के उत्‍थान, आयुर्वेद, नेचुरोपैथी और जैविक खेती समेत कई सामाजिक मुद्दों के लिए काम किया है.