Medical Diploma Course News: कोरोना काल ने स्वास्थ्य के महत्व और स्वास्थ्य के क्षेत्र में भारत की स्थिति को उजागर कर दिया है.जिस प्रकार से कोरोना काल में भारत की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई थी, उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि किस प्रकार से हमें स्वास्थ्य चिकित्सा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर होने की आवश्यकता है.


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ग्रामीण और छोटे शहरों में चिकित्सा के लिए आधी से ज्यादा आबादी फर्जी डॉक्टरों के भरोसे पर टिकी हुई है. इस संबंध में कई सर्वे भी आए, जिन्होंने हमारी चिकित्सा व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी. वहीं, एमबीबीएस जैसी डिग्री व एक डॉक्टर बनने के लिए चिकित्सा के क्षेत्र में लगने वाले समय और पैसा सभी के पास नहीं होता. जिसके चलते बहुत से लोग अपना सपना पूरा नहीं कर पाते.


कानूनी दायरे में रहकर दे सकते हैं सेवाएं
लेकिन अब मात्र 18 महीने का कोर्स कर आप प्राथमिक चिकित्सक बन सकते हैं और कानूनी दायरे में रहकर अपनी सेवाएं दे सकते हैं. इसके लिए आपको केवल डिप्लोमा इन कम्युनिटी मेडिकल सर्विस एंड एसेंशियल ड्रग्स (CMS & ED) कोर्स करना होगा.


आपके पास होनी चाहिए ये योग्यता
मात्र 18 महीने के इस कोर्स को करने के लिए आपको कुछ योग्यताओं को पूरा करना होगा. जैसे 10वीं और 12वीं पास छात्र इस कोर्स के लिए आवेदन कर सकते हैं. अगर आपने 10वीं पास की है, तो मेडिकल फील्ड में 2 साल का और 12वीं पास की है, तो 1 साल का अनुभव होना चाहिए. इस कोर्स को साइंस, कॉमर्स,  आर्ट्स किसी भी स्ट्रीम का छात्र कर सकता है.


सीएमएस एंड ईडी (CMS & ED) कोर्स बहुत सी यूनिवर्सिटी करवाती हैं, लेकिन इसमें सबसे प्रमुख नाम श्री वेंकटेश्वर यूनिवर्सिटी (Shri Venkateswara University, Gajraula, Uttar Pradesh) का आता है.यह यूनिवर्सिटी यूजीसी (UGC) से मान्यता प्राप्त है.


गैर मान्यता प्राप्त संस्थान या यूनिवर्सिटी से पढ़ाई अमान्य होगी
अगर आप किसी गैर मान्यता प्राप्त संस्थान या यूनिवर्सिटी से कोई भी डिप्लोमा या डिग्री करते हैं, तो वह अमान्य होगा. इसके साथ ही आपको एक साल की जेल और 50 हजार रुपये तक जुर्माना भी देना पड़ सकता है.इसलिए इस बात का खास ध्यान रखना चाहिए कि जिस यूनिवर्सिटी से आप कोई भी डिप्लोमा कर रहे हैं, तो वह मान्यता प्राप्त है या नहीं।


वहीं, श्री वेंकटेश्वर यूनिवर्सिटी में सीएमएस एंड ईडी (CMS & ED) का कोर्स मात्र 18 महीने का है. श्री वेंकटेश्वर यूनिवर्सिटी के कुछ पूर्व छात्रों ने बताया कि यह यूनिवर्सिटी छात्रों को एक एजुकेशनल कॉउंसलर भी देती है, जो कोर्स के दौरान हर समस्या का समाधान करने में मदद करता है.


यहां से कोर्स करने के बाद छात्र आसानी से अपना प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र खोल कर ना सिर्फ प्रैक्टिस कर पाते हैं, बल्कि वे मरीजों को बेहतर तरीके से समझ कर उनका इलाज करने में अपने आपको समर्थ पाते हैं, क्योंकि श्री वेंकटेश्वर यूनिवर्सिटी पूर्ण रूप से मान्यता प्राप्त है.


Disclaimer- Above mentioned article is a Consumer Connect Initiative, This article is a paid publication and does not have journalistic/editorial involvement of IDPL, and IDPL claims no responsibility whatsoever.