Emotional Intimacy Tips In Relationship: अगर आप बाकी रिश्‍तों की तरह अपने रिश्ते में भी वो प्यार और नजदीकियां चाहते हैं. तो इसके लिए इंमोशनल इंटिमेसी का होना बेहद जरूरी है. इमोशनल इंटिमेसी बिल्कुल फिजिकल इंटिमेसी की तरह ही होती है. कपल्‍स के बीच की दूरी और कड़वाहट को कम करने में यह महत्‍वपूर्ण भूमिका निभा सकती है. कई कपल्‍स बिना कुछ कहे ही इशारों में भी एक-दूसरे के मन की बात समझ लेते हैं. रिश्‍तों के बीच विश्‍वास की कमी नहीं होनी चाहिए. क्योंकि एक बार विश्‍वास डगमगा जाए जो विवाह में घनिष्‍ठता लाना काफी मुश्‍किल हो जाता है. हालांकि इमोशनल इंटिमेसी के जरिए एक रिश्ते में बहुत कुछ ठीक किया जा सकता है. लेकिन उससे पहले ये जानिए कि इमोशनल इंटिमेसी क्‍या है...


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इमोशनल इंटिमेसी क्‍या है 
एक खबर के अनुसार, इमोशनल इंटिमेसी निकटता को संदर्भित करती है, जहां रिश्ते में दोनों साथी आराम, सुरक्षा और प्‍यार महसूस करते हैं. भावनात्‍मक रूप से घनिष्‍ठ संबंध में कम्‍यूनिकेशन और विश्‍वास महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. जब कपल भावनात्‍मक रूप से कारीब होते हैं तो वे एक-दूसरे के बारे में बेहतर ढंग से जान पाते हैं. एक-दूसरे का दुख दर्द और भावनाओं का सम्‍मान करते हैं.


इमोशनल इंटिमेसी में क्या कुछ हो सकता है-


ईमानदारी और करुणा
रिश्‍तों में ईमानदारी से ही खुलापन आ सकता है. किसी भी रिश्‍ते को मजबूत बनाने के लिए जरूरी है कि उनके बीच बातचीत होती रहे. रिश्‍तों में ईमानदारी रखेंगे तो एक-दूसरे के प्रति अधिक प्‍यार और करुणा भी भावना जागृत होगी. इमोशनल इंटिमेसी को बढ़ावा देने का एकमात्र तरीका है एक-दूसरे के साथ सच्‍चा होना. यदि साथी के साथ ईमानदार और दयालु संवाद होगा तो मन की बात कहने में आसानी होगी.


क्षमा
जो लोग एक-दूसरे को प्‍यार करते हैं वे आसानी से क्षमा भी कर देते हैं. किसी से शादी करना एक आजीवन प्रतिबद्धता है और लोग उसमें न जाने कितनी गलतियां करते हैं. इसलिए अपने पार्टनर की ग‍लतियों को माफ करके रिश्‍तों को मजबूत किया जा सकता है. जो कपल एक-दूसरे की गलतियों को माफ नहीं करते, उनके बीच दूरियां और नाराजगी पैदा हो जाती है. इसलिए क्षमा मांगने और करने से कतराएं नहीं. 


खुलापन
भावनात्‍मक रूप से जुड़े लोग एक दूसरे के प्रति खुले और संवेदनशील होते हैं. वे बिना किसी हिचकिचाहट के एक-दूसरे को अपना दिल और आत्‍मा दे देते हैं. इसलिए रिश्‍तों को खास बनाने के लिए उनमें प्रेम और खुलापन होना चाहिए. दोनों को लाइफ में फैसला लेने का अधिकार होना चाहिए क्‍योंकि थोपे गए रिश्‍ते अधिक दिन तक नहीं चलते.


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