Akshaya Tritiya: आखिर अक्षय तृतीया क्यों मानी जाती है इतनी शुभ? इस दिन शुरू किए हर कार्य होते हैं सफल
Akshaya Tritiya 2023: अक्षय तृतीया के दिन सर्व सिद्ध मुहूर्त होने के कारण विशेष महत्व माना जाता है. कहा जाता है कि इस दिन बिना कोई मुहूर्त देखे शुभ एवं मांगलिक कार्य जैसे विवाह, ग्रह प्रवेश, भवन या भूखंड तथा वाहन की खरीद की जा सकती है.
Akshaya Tritiya 2023 Date: गलती किससे नहीं होती है, कभी कोई जानबूझकर गलती करता है तो कभी अनजाने में भी गलतियां हो जाती है, सकारात्मक विचारों के लोग मन ही मन इसका पश्चाताप भी करते हैं. ऐसे लोगों के लिए ही सृष्टि के संचालकों ने एक दिन बनाया है, उस दिन की गई गलतियों और पापों की सच्चे हृदय से क्षमा मांगने पर प्रभु अपने भक्तों को माफ कर देते हैं. वह दिन वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया को जिसे अक्षय तृतीया भी कहते हैं. 23 अप्रैल 2023 दिन रविवार को अक्षय तृतीया पर अपने स्वजनों के लिए भी क्षमा प्रार्थना करने पर प्रभु प्रसन्न होकर आशीर्वाद प्रदान करते हैं.
माना जाता है कि इस दिन की गई क्षमा प्रार्थना पर ईश्वर अपने भक्त के अपराधों को क्षमाकर सद्गुण प्रदान करते हैं. इसलिए इस दिन अपने दुर्गुणों को भगवान के चरणों में सदा के लिए अर्पित कर उनसे सद्गुणों का वरदान मांगना चाहिए. इस दिन नवीन वस्त्र, आभूषणों की खरीदारी और प्रयोग करना चाहिए.इस दिन किसी भी संस्था, समाज, आदि की स्थापना या उद्घाटन का कार्य श्रेष्ठ माना गया है. इस तिथि को सर्व सिद्ध मुहूर्त होने के कारण विशेष महत्व माना जाता है. कहा जाता है कि इस दिन बिना कोई मुहूर्त देखे शुभ एवं मांगलिक कार्य जैसे विवाह, ग्रह प्रवेश, भवन या भूखंड तथा वाहन की खरीद की जा सकती है. आज ही के दिन किसी भी नई संस्था आदि की स्थापना, मकान या व्यापारिक प्रतिष्ठान का उद्घाटन किया जा सकता है.
पुराणों में इस बात का उल्लेख मिलता है कि इसी दिन त्रेता युग का आरंभ हुआ था, नर नारायण और भगवान परशुराम ने भी इसी दिन अवतार लिया था. बद्रीनाथ के कपाट भी इसी दिन खुलते हैं. वृंदावन में बांके बिहारी के श्री विग्रह के चरण के दर्शन भी इसी दिन होते हैं अन्यथा तो पूरे वर्ष कपड़े से ढक कर रखा जाता है.