Astro Tips For Vrat: शास्त्रों में व्रत का खास महत्व बताया गया है. किसी भी खास दिन, तिथि या त्योहार पर व्रत रखने की मान्यता है. किसी खास देवता की कृपा पाने और उन्हें शीघ्र प्रसन्न करने के लिए भी व्रत रखे जाते हैं. इसके अलावा कई  बार व्यक्ति मनोकामना पूर्ति के लिए भी व्रत का सहारा लेता है. इस दौरान अन्न, जल या दोनों चीजों का ही त्याग किया जाता है. 


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ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ऐसा कहा जाता है कि व्रत तप के समान होता है. इस दौरान सिर्फ अन्न या जल ही नहीं बल्कि कई चीजों का मोह भी त्यागना पड़ता है. कहा जाता है कि इस दौरान अगर कुछ नियमों का पालन किया जाए,तो ही व्रत का पूर्ण फल प्राप्त होता है. आइए जानें इन नियमों के बारे में. 


व्रत रखने के जरूरी नियम 


- अगर आप भी किसी खास दिन व्रत रखने जा रहे हैं, तो इस बात का अवश्य ध्यान रखें कि व्रत का संकल्प अवश्य लें. कहते हैं कि इसके बिना आपका व्रत अधूरा माना जाएगा. 


- कहते हैं कि जितने समय के लिए व्रत का संकल्प लें उसे पूरा करें. और संकल्प पूरा होने के बाद व्रत का पारण अवश्य करें. ऐसा करने से व्रत का पूरा फल मिलता है. 


- मान्यता है कि पारण करने के बाद व्रत को दोबारा से शुरू किया जा सकता है. 


- व्रत रखने के दौरान मन में संयम अवश्य रखें. ऐसा करने पर आपका खाने की चीजों को देखकर मन नहीं ललचाएगा. 


- व्रत वाले दिन सुपाच्य भोजन का सेवन करना चाहिए. इस दिन किसी भी प्रकार का तामसिक भोजन न करें. खाने में प्याज, लहसुन, मांस, मदिरा आदि का सेवन भूलकर भी न करें. 


- व्रत वाले दिन आराध्य देव को समर्पित होता है. इसलिए जितना संभव हो भगवान का स्मरण करें. 


- कहते हैं कि मासिक धर्म के दौरान व्रत नहीं रखना चाहिए. इस दिन रखे व्रत मान्य नहीं होते. 


- अगर आपने व्रत का संकल्प ले लिया है और किसी कारण आपका स्वास्थ्य सही नहीं है,तो उस दिन बिल्कुल भी व्रत न करें. 


- गर्भवती महिलाओं को भी व्रत से बचना चाहिए. 


- कहते हैं कि व्रत के दौरान बार-बार खाना नहीं चाहिए. और जब व्रत खोलें तो सात्विक भोजन ही करें. 


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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)