Astrology Upay: कई बार देखा होगा कि अपनी कुंडली जब ज्योतिषी को दिखाते हैं, तो वह कहते हैं कुंडली बहुत अच्छी है लेकिन वास्तविकता में कोई भी अच्छा फल नहीं मिल रहा होता है. कुंडली में कई धनवान बनाने वाले योग पड़े होते हैं लेकिन जेब में पैसा नहीं होता है. आखिर ऐसा कब होता है आखिर कुंडली में कौन सा ऐसा ग्रह है जिसके कमजोर होने पर राजयोग फलित नहीं होता है, कुंडली में प्रमोशन का योग हो लेकिन वह ग्रह कमजोर हो जाए तो प्रमोशन की फाइल लटक जाती है. वह ग्रह है चंद्रमा. कुंडली में चंद्रमा इतना महत्वपूर्ण  होता है कि उसे लग्न के बाद चंद्र लग्न के रूप में लिया गया है. चंद्रमा अगर खराब हो जाए तो जीवन के दशा और दिशा बदल देते हैं और अगर इसका सही समय पर उपाय न किया गया तो यह शुभ परिणाम से भी वंचित कर देते हैं ऐसा ही एक योग है केमद्रुम.


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क्या होता है केमद्रुम योग


अगर कुंडली में चंद्रमा अकेले किसी घर में बैठे हो और उनके आगे और पीछे वाले घर यानी भाव खाली हो तो यह चंद्रमा के केमद्रुम योग में आ जाता है. इस योग में जो लोग पैदा होते हैं उनके अंदर कॉन्फिडेंस की कमी रहती है यानी उनका बाहरी रूप से प्रेरक वचन मनोबल बढ़ाने वाले व्यक्ति की सदा आवश्यकता रहती. लेकिन एक बात ध्यान रखने वाली है कि चंद्रमा अकेले हो उनके आगे पीछे वाले खाने भी खाली हो,मगर देवगुरु बृहस्पति की दृष्टि चंद्रमा पर यदि पड़ जाती है या चंद्रमा से केंद्र में बृहस्पति हो तो केमद्रुम योग भंग हो जाता है. यानी उसके प्रभाव में न्यूनता आ जाती है.


किन बातों का रखना होगा ध्यान


  • अगर चंद्रमा केमद्रुम योग में है, तो छोटी-छोटी बातों को लेकर झुंझलाहट आएगी. 

  • आर्थिक अभाव रहता है, कई बार ऐसा होता है कि जब पैसे की आवश्यकता होती है उस समय धन नहीं होता और न ही कुछ व्यवस्था बन पाती है, जिसके लिए व्यक्ति उधार लेने में मजबूर हो जाता है.

  • रक्तचाप यानी ब्लड प्रेशर संतुलित रखने में दिक्कत आती है, उम्र के हिसाब से जल्दी बीपी की समस्या देखी गई है.

  • भावनात्मक रूप से खुद को संभाल पाने में कुछ दिक्कत होती है. किसी भी प्रकार के दुख को सहन करने में परेशानी का सामना करना पड़ता है.

  • केमद्रुम योग होने पर चंद्रमा यदि सकारात्मक घरों के स्वामी हैं, तो उससे संबंधित फल में कमी कर देते हैं.


क्या करें उपाय


  • इस योग के प्रभाव को कम करने के लिए किसी धर्म ग्रंथ को अवश्य पढ़ना चाहिए. रामचरितमानस की कुछ चौपाइयां रोज पढ़ के ही घर से निकलना चाहिए.

  • पूर्णमासी के दिन चंद्रमा के दर्शन करते हुए उनके सामने कुछ समय व्यतीत करना चाहिए,जिससे चंद्रमा से आई हुई किरणें शरीर पर पड़े.

  • मां की सेवा और मां की आज्ञा का पालन करना बहुत जरूरी है. मां के आशीर्वाद से इसके नकारात्मक प्रभाव को कम किया जा सकता है.

  • शिवालय में जाकर शिवलिंग पर दूध से अभिषेक करने से भी चंद्रमा मजबूत होता है.

  • किसी बुजुर्ग महिला की सेवा करनी चाहिए, यदि कोई प्यासा आप से जल मांगे तो इसे सौभाग्य समझते हुए उसको पानी अवश्य पिलाना चाहिए. इसके अलावा पशु पक्षियों के लिए भी जल की व्यवस्था करनी चाहिए.


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)