गुरु गोचर का राशियों पर प्रभाव: देवगुरु बृहस्पति 1 मई को वृष राशि में विराजमान हो गए हैं और साल भर तक यहीं प्रवास करेंगे. वृष राशि दैत्यगुरु शुक्राचार्य का घर है. इस तरह एक गुरु दूसरे गुरु के घर में रहने गया है. अंतरिक्ष में इस तरह दो गुरुओं के मिलन का निश्चित रूप से विभिन्न राशियों के विद्यार्थियों पर प्रभाव पड़ेगा. बिना गुरु के शिष्य सफल नहीं हो सकता है, अच्छा गुरु ही जीवन में सफलता दिलाता है. देवगुरु बृहस्पति वृष राशि में बैठ कर वैसे तो सभी के ऊपर दृष्टि रखेंगे किंतु खास तौर पर वो 4 राशि के विद्यार्थियों पर फोकस कर उन्हें गढ़ेंगे. जिस तह गुरु द्रोणाचार्य ने अपने शिष्य अर्जुन, गुरु संदीपन ने श्री कृष्ण को तैयार किया, जैसे विश्वामित्र और वशिष्ठ ने राम को तैयार किया था ठीक उसी तरह अब इन लोगों को भी अपने गुरु के बताए मार्ग पर चलना होगा तभी तो वह श्रेष्ठ से श्रेष्ठतम हो सकेंगे. साथ ही उन्‍हें अपनी मेहनत का पूरा फल भी मिलेगा. 


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इन राशियों पर होगी गुरु की विशेष कृपा 


देवगुरु बृहस्पति की कृपा दृष्टि मेष, मिथुन, सिंह और धनु राशियों के विद्यार्थियों को जमकर मिलने वाली है. इन लोगों को अच्‍छे नतीजे मिलेंगे. उनकी याददाश्‍त बढ़ेगी. आइए जानते हैं ये लकी राशियां कौनसी हैं. 


मेष राशि: मेष राशि वालों को शिक्षा के क्षेत्र में अच्छी सफलता मिलने वाली है. पढ़ाई के क्षेत्र में आने वाली बाधाएं दूर होंगी और जो कॉम्‍पटीटर हैं उनके मुकाबले विजय प्राप्त होगी. 


मिथुन राशि: मिथुन राशि के विद्यार्थी करियर के क्षेत्र में सफलता के  झंडे गाड़ सकेंगे यानी इतना अच्छा प्रदर्शन करेंगे कि उनका यश हर तरफ फैलेगा. 


सिंह राशि: सिंह राशि के विद्यार्थियों के लिए भविष्य बनाने का समय शुरू हो चुका है. अच्छी तरह नोट्स बना कर तैयार करें और फिर अपने विषय को बोल बोल कर याद करें. पढ़ने के क्षेत्र में आने वाली चुनौतियों पर विजय दिला कर गुरु सफल करेंगे. 


धनु राशि: धनु राशि वालों को कड़ी मेहनत और प्रयास करने पर विदेश या हॉस्टल में रह कर पढ़ने में सफलता मिलेगी. यदि इन्हें किसी तरह का प्रेजेंटेशन देना हो तो खूब तैयारी कर प्रस्तुत करें, पैनलिस्ट प्रसन्न होंगे. बड़ी कामयाबी मिलेगी.