राशि अनुसार इष्‍ट देव: भगवान की पूजा करने से सकारात्‍मकता, सुख, शांति और सुकून मिलता है. जीवन में तरक्‍की और धन मिलता है. सभी लोग अपनी इच्छा और श्रद्धा अनुसार किसी भी देवी-देवता की पूजा कर सकते हैं लेकिन अपने इष्ट देव की पूजा करना विशेष फलदायी माना गया है. ज्‍योतिष के अनुसार इष्ट देव का सीधा संबंध हमारे कर्मों और हमारे जीवन से होता है. इसलिए इष्‍ट देव की पूजा करने से व्यक्ति को ज्‍यादा शुभ फल मिलता है. साथ ही इष्‍ट देव की कृपा हो तो जातक हर कदम पर सफलता पाता है. तेजी से कामयाबी की सीढ़ी चढ़ता है और अपने सारे सपने पूरे करता है. अब सवाल यह है कि कई लोगों को अपना इष्‍ट देव मालूम नहीं होता है. ऐसे में राशि के अनुसार इष्‍ट देव जाना जा सकता है और उनकी पूजा-आराधना करके अपार सुख, धन-वैभव और सफलता पाई जा सकती है. 


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राशि अनुसार इष्ट देव


हर राशि का अपना स्‍वामी ग्रह होता है और उसी तरह इष्‍ट देव भी होता है. ऐसे में आप अपनी राशि के जरिए अपना इष्‍ट देव जान सकते हैं. 


मेष और वृश्चिक- मेष और वृश्चिक राशि का स्वामी ग्रह मंगल है और इन दोनों राशि वालों के इष्टदेव हनुमानजी और राम जी हैं.


वृषभ और तुला- वृषभ और तुला राशि का स्वामी शुक्र ग्रह है. वृषभ और तुला राशि वालों की इष्ट देवी मां दुर्गा हैं, उन्हें इनकी आराधना करने से अपार लाभ होता है. 


मिथुन और कन्या- मिथुन और कन्या राशि के स्वामी ग्रह बुध हैं. इन दोनों राशियों के जातकों के इष्ट देव भगवान गणेश जी और भगवान विष्णुजी हैं.  


कर्क- कर्क राशि के स्वामी ग्रह चंद्रमा हैं और इन लोगों के इष्ट देव भगवान शिव हैं.
 
सिंह- सिंह राशि का स्वामी ग्रह सूर्य है. सिंह राशि के जातकों के इष्ट देव हनुमान जी और मां गायत्री हैं.


धनु और मीन- धनु और मीन राशिवालों के स्वामी ग्रह गुरु हैं. इन जातकों के इष्ट देव भगवान विष्णु जी और माता लक्ष्मी जी हैं.


मकर और कुंभ- मकर और कुंभ राशि के स्वामी ग्रह शनि हैं इसलिए उनके इष्ट देव हनुमान जी और शिव जी हैं. इसके अलावा वे शनि देव की भी पूजा करें. 


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)