Angon ka Phadakne ka Arth: शरीर के विभिन्न अंग कभी भी अचानक फड़कने लगते हैं जिनकी लगभग लोग उपेक्षा ही कर देते हैं किंतु शरीर के अंगों का फड़कना भविष्य का संकेत देता हैं इसलिए इसे समझना जरूरी है. आइए जानते हैं शरीर का कौन से अंग के फड़कने के क्या फल है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

कंधा फड़फड़ाने का मतलब
जब किसी व्यक्ति का दाहिना कंधा फड़फड़ाहट करता है तो उसे धन संपदा मिलती है, भाई से मिलन होता है. बायां कंधा फड़फड़ाता है तो व्यक्ति बीमार पड़ता है कई प्रकार की चिंता सताती है. 


बाजू फड़फड़ाने का मतलब
किसी व्यक्ति की दाहिनी ओर की बाजू फड़फड़ाती है तो धन और यश के प्राप्ति होती है तथा बाई और बाजू फड़फड़ाए तो नष्ट अथवा खोई हुई वस्तु की प्राप्ति हो जाती है. 


हाथ का अंगूठा फड़फड़ाने का मतलब
किसी व्यक्ति के दाहिने हाथ का अंगूठा फड़फड़ाए तो उसकी अभिलाषा पूर्ति में विलंब होता है और हाथ की उंगलियां फड़फड़ाए तो अभिलाषा की पूर्ति के साथ-साथ किसी मित्र से भेंट होती है. 


कोहनी फड़फड़ाने का मतलब
किसी व्यक्ति के दाहिने हाथ की कोहनी फड़फड़ाती है तो किसी से झगड़ा होता है परंतु विजय भी उसे ही मिलती है और बाएं हाथ की कोहनी फड़फड़ाए तो धन की प्राप्ति होती है. 


हथेली फड़फड़ाने का मतलब
किसी व्यक्ति के हाथ की हथेली में फड़फड़ाहट हो तो यह शुभ सूचना है और उसे आने वाले समय में सुख संपदा की प्राप्ति होती है. हथेली के किसी कोने में फड़फड़ाहट हो तो निकट भविष्य में व्यक्ति किसी विपदा में फंस जाता है. बाएं हाथ की हथेली में फड़फड़ाहट हो और वह व्यक्ति रोगी हो तो उसे शीघ्र ही स्वास्थ्य लाभ हो जाता है. 


कमर फड़फड़ाने का मतलब
कमर के दाहिनी ओर की फड़फड़ाहट किसी विपदा का संकेत देती है, वही बाईं तरफ की फड़फड़ाहट किसी शुभ समाचार का संकेत देती है. 


चेस्ट फड़फड़ाने का मतलब
चेस्ट में फड़फड़ाहट होना मित्र से मिलने की सूचना है. चेस्ट के दाहिनी और फड़फड़ाहट हो तो विपदा का संकेत, बाईं ओर फड़फड़ाहट हो तो जीवन में संघर्ष और मध्य में फड़फड़ाहट हो तो लोकप्रियता मिलती है. 


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्‍य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)