Vastu Tips: घर में लगे ये पौधे कभी खत्म नहीं होने देते हॉस्पिटल के चक्कर, देते हैं ढेरों कष्ट
Vastu Shashtra for Plants: घर में पेड़-पौधों का होना ताजगी और सकारात्मकता लाता है. लेकिन कुछ पेड़-पौधे ऐसे भी होते हैं, जिन्हें घर में लगाना खुद मुसीबतों को मौका देना है.
Plants for Home: वास्तु शास्त्र में पेड़-पौधों को बड़ा महत्व दिया गया है. पेड़-पौधों की ऊर्जा आसपास के माहौल पर असर डालती है. इसलिए वास्तु शास्त्र में शुभ-अशुभ पौधों, उन्हें लगाने की सही दिशा और रखरखाव के बारे में जरूरी नियम बताए गए हैं. यदि घर में सही जगह पर सही पौधा हो तो घर में सकारात्मकता, सुख, सौभाग्य, समृद्धि आती है. वहीं घर में लगा अशुभ पौधा नकारात्मकता, दुख, कष्ट, गरीबी, बीमारियां बढ़ाते हैं. लिहाजा घर में प्लांट्स रखने को लेकर बहुत सावधानी बरतनी चाहिए. ये पौधे रिश्तों पर भी बुरा असर डाल सकते हैं. साथ ही तनाव में इजाफा करते हैं. आइए जानते हैं कि घर में कौन से पेड़-पौधे नहीं लगाना चाहिए.
घर में ना लगाएं ये पौधे
पीपल और बरगद का पेड़ - हिंदू धर्म में बरगद और पीपल के पेड़ को बहुत शुभ माना गया है. लेकिन इन पेड़ों को कभी भी घर में नहीं लगाना चाहिए. बल्कि पीपल का पेड़ कई बार घर में अपनेआप उग आता है, ऐसे में उसे सम्मान से हटा दें. ये पेड़ मंदिरों या सार्वजनिक स्थानों पर ही लगाना चाहिए. घर में यदि ये पेड़ हों तो जीवन में कई मुसीबतें और दुख घिर आते हैं.
कांटेदार पौधे - बबूल, मेहंदी, बेर या ऐसा कोई पेड़-पौधा घर में ना लगाएं, जिसमें कांटे हों. ये पेड़ घर के लोगों की सेहत पर बुरा असर डालते हैं. अक्सर कोई ना कोई बीमारी बनी रहती है. साथ ही रिश्तों पर भी बुरा असर डालते हैं.
दूध निकलने वाले पौधे - ऐसे पौधे जिनके तने या पत्तियों से दूध निकलता हो उन्हें भी घर में कभी ना लगाएं. ऐसे पेड़-पौधे घर में बीमारियों और दरिद्रता का कारण बनते हैं. घर के लोग तनाव में रहते हैं. उनकी तरक्की रुक जाती है. ऐसे घर के लोगों के बार-बार अस्पताल के चक्कर लगते रहते हैं और इलाज पर पैसा खर्च होता रहता है.
घर के सामने ना लगाएं पेड़
इसके अलावा वास्तु शास्त्र के अनुसार कभी भी घर के ठीक सामने या बीच में कभी भी कोई पेड़-पौधा नहीं लगाना चाहिए. इससे तरक्की रुक जाती है. घर में एक के बाद एक परेशानियां बनी रहती हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)