Vastu Shastra For Cat: आपने कई बार देखा होगा कि बिल्ली अक्सर किसी न किसी घर में घुसकर वहां पर अपने बच्चों को जन्म देती है. जब वे बच्चे थोड़े बड़े हो जाते हैं तो वह उन्हें लेकर चली जाती है. बहुत सारे लोगों के लिए यह एक सहज प्राकृतिक घटना है लेकिन वास्तु शास्त्र में इसका अलग ही अर्थ बनाया गया है. कहते हैं कि किसी घर में बिल्ली के बच्चों का जन्म लेना किसी व्यक्ति को मालामाल या कंगाल कर सकता है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

घर में बिल्ली के आने का क्या होता है अर्थ?


वास्तुविदों के मुताबिक अगर किसी घर में सुनहरे रंग की बिल्ली का आगमन होता है तो समझ लीजिए कि उस परिवार के भाग्य खुल गए. वह बिल्ली घर में सौभाग्य लेकर आती है और परिवार में दिन दूनी- रात चौगुनी तरक्की होती है. वहीं भूरी बिल्ली के आने से अटके काम पूरे होने लगते हैं और कहीं से अचानक धन मिलने का योग बनता है. 


घर में बिल्ली के बच्चों के जन्म का मतलब!


वास्तु शास्त्र के अनुसार, अगर आपके घर में बिल्ली आकर अपने बच्चों को जन्म देती है यह बहुत शुभ माना जाता है. कहते हैं कि बच्चों के जन्म के 90 दिन के अंदर ही परिवार को हर क्षेत्र में तरक्की मिलने लगती है. बिल्ली के नन्हें बच्चों के जन्म के साथ ही घर में मौजूद नकारात्मक शक्तियां भी दूर भाग जाती हैं. जब तक वे बच्चे घर में रहते हैं तो परिवार में केवल खुशियां ही बरसती हैं. 


बिल्ली दे ये संकेत हो जाएं सतर्क


आम मान्यताओं के मुताबिक अगर कोई बिल्ली आपके घर में अचानक आकर रोने लगे तो समझ जाएं कि कुछ अनहोनी होने वाली है. घर में आकर बिल्ली का रोना किसी अप्रिय समाचार के मिलने का संकेत होता है. ऐसे में घबराने के बजाय हनुमान जी का जाप करना चाहिए और हर मंगलवार को मंदिर में जाकर प्रसाद बांटना चाहिए. 


क्या घर में पालना होता है शुभ?


वास्तु शास्त्रियों का कहना है कि घर में बिल्ली का आगमन जहां खुशियां लेकर आता है, वहीं बिल्लियों को स्थाई रूप से घर में पालना अशुभ होता है. ऐसा करने से नकारात्मक ऊर्जा घर में सक्रिय हो जाती है और कई तरह के नुकसान शुरू हो जाते हैं. इससे न केवल पैसों की हानि होती है बल्कि सेहत भी नीचे गिरने लगती है. 


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)