Chandrama Ke Upay: मन और दिमाग का सीधा संबंध चंद्रमा से होता है, कई बार चंद्रमा के बलहीन होने से व्यक्ति में आलस्य बढ़ जाता है या फिर एकांत में बैठकर कुछ सोचता ही रहता है. चन्द्रमा यदि किसी नकारात्मक ग्रहों के साथ बैठ जाए तो व्यक्ति को नींद न आने वाली गंभीर बीमारियों का शिकार होना पड़ जाता है. 


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कमजोर चंद्रमा के लक्षण
चंद्रमा यदि आपके फेवर में नहीं है तो सामान्य तौर पर ऐसे व्यक्ति को अधिक नींद आना और किसी कार्य में मन न लगने जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. कुंडली में चंद्रमा यदि लीड करने लग जाए (दशा अन्तर्दशा) में तो व्यक्ति में बहुत अधिक सोने की समस्या पैदा होने लगती है. व्यक्ति में आलस्य का स्तर बहुत बढ़ जाता है और उसका किसी भी काम में मन नहीं लगता.


 


ठंड संबंधी रोग
चंद्रमा के बलहीन होने से व्यक्ति को ठंड संबंधी रोगों का सामना करना पड़ता है, ऐसे में खांसी और सीने में जकड़न की समस्या अधिक हो जाती है. चंद्रमा यदि राहु के साथ हो तो व्यक्ति की सोचने समझने की शक्ति कमजोर हो जाती है, ऐसे लोगों को बस एकांत में बैठे रहना पसंद आता है. इस स्थिति वाले विद्यार्थी को बार-बार विषयों को रटाने के बाद भी याद नहीं रहता है. 


 


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इन उपायों से ठीक होगा चंद्रमा


- आलस्य रहना और नींद में खलल पड़ने पर चांदी का कड़ा पूर्णमासी की रात को पहनना चाहिए. चांदी का कड़ा मां की ओर व ननिहाल से आए तो और भी अच्छा रहता है. 


- पीड़ित व्यक्ति को पानी व दूध पीने या किसी तरह का खाद्य पदार्थ खाने के लिए चांदी की कटोरी और चांदी की चम्मच का उपयोग करना चाहिए. 


- चंद्रमा को मजबूत करने के लिए पूर्णिमा के चांद के दर्शन जरूर करने चाहिए और उन्हें जल में दूध मिलाकर अर्घ्य देना चाहिए. 


- सफेद बेडशीट और तकिए का सफेद कलर इस्तेमाल करना चाहिए.   


- बच्चा पढ़ने में कमजोर है और उसे विषयों को याद करने में समस्या होती है तो केसर वाला दूध पिलाए, साथ ही उसके हाथ से कुत्ते को बासी रोटी या फिर ब्रेड खिलाने को दें.


 


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)