Remedies for salvation: सनातन धर्म में वृक्षारोपण (Plantation) को एक पुनीत कार्य माना गया है. भविष्य पुराण (Bhavishyapuran) में तो पौधे लगाने को संतानोत्पत्ति के बराबर माना गया है. कहा जाता है कि जो लोग अपने घर या आसपास उपयुक्त जगहों पर पेड़-पौधे लगाते हैं, उसका पुण्य लाभ उन्हें आजीवन मिलता रहता है. इसी पुराण में भगवान श्रीकृष्ण (Lord Krishna) ने कहा है कि संभव है कि बुढ़ापे में एकबारगी संतान अपने वृद्ध माता-पिता की सेवा न करे, लेकिन पेड़-पौधे कभी भी आपका तिरस्कार नहीं करेंगे. भगवान कान्हा ने भविष्य पुराण में उन 8 पेड़ों के बारे में भी बताया है, जिन्हें लगाने से इंसान को नरक का मुंह नहीं देखना पड़ता और वह जीते जी मोक्ष का अधिकार हासिल कर लेता है. आइए जानते हैं कि वे 8 पेड़ कौन से हैं. 


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हर व्यक्ति को 21-21 पेड़ अवश्य लगाने चाहिए


भगवान श्रीकृष्ण (Lord Krishna) भविष्य पुराण (Bhavishyapuran) में कहते हैं कि हर व्यक्ति को नीम, आम, बरगद, पीपल, कैथ, इमली, आमलक और बिल्व के पेड़ लगाने चाहिए. वे कहते हैं कि हर व्यक्ति को अपने जीवन में इमली के 10, आम के 5 और बरगद, नीम, पीपल, बिल्व, कैथ और आमलक का 1-1 यानी कुल 21 पेड़ जरूर लगाने चाहिए. ऐसा करने से व्यक्ति को पुण्य फलों की प्राप्ति होती है और वह जीवन मरण के दुष्चक्र से बाहर निकल जाता है. 


एक यज्ञ के बराबर मिलता है पुण्य


भगवान श्रीकृष्ण (Lord Krishna) पेड़ों की महिमा बताते हुए कहते हैं कि व्यक्ति एक बार पेड़ लगाकर उस पर उपकार करता है, लेकिन वे जिंदगी भर फल-फूल, छाया, मूल, छाल, पत्ते और लकड़ी प्रदान कर उसका जीवन सुख-समृद्धि से भर देते हैं. वे कहते हैं कि एक पेड़ लगाने से यज्ञ, दान और गायत्री जप के बराबर पुण्य मिलता है. पेड़-पौधे बिना किसी भेदभाव के सबका उपकार करते हैं. वे अपनी शरण में आने वाले किसी भी व्यक्ति को निराश नहीं करते. इसलिए जो व्यक्ति पेड़ों का बगीचा लगाता है, उसे उत्तम लोक की प्राप्ति अवश्य होती है. 



(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 


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