Chanakya Niti: चाणक्य ने व्यक्ति के जीवन में पथ प्रदर्शक का काम किया है. चाणक्य ने कई ऐसी नीतियों के बारे में जिक्र किया है, जिनसे व्यक्ति को जीवन में सही और गलत राह के बारे में पता लगता है. चाणक्य की इन बातों का पालन करके जीवन जीने की इस राह को आसान बनाया जा सकता है. बता दें कि चाणक्य नीति में ऐसी बहुत ही महत्वपूर्ण बातों का उल्लेख किया गया है, जो जीवन को एक सही और नई राह प्रदान करती हैं. 


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चाणक्य ने बताया है कि व्यक्ति को किन तीन कार्यों के बाद जरूर स्नान करना चाहिए. यदि व्यक्ति इस बात को नजरअंदाज करता है तो उसे कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. आइए जानते हैं चाणक्य नीति के अनुसार व्यक्ति को किन तीन कामों के बाद स्नान करना चाहिए. 


शमशान घाट से आने के बाद जरूर करें स्नान


चाणक्य नीति के अनुसार व्यक्ति को शमशान घाट से लौटने के बाद अवश्य ही स्नान करना चाहिए. दरअसल ऐसा इसलिए क्योंकि शमशान घाट पर कई प्रकार की नकारात्मक उर्जा होती है जो कि व्यक्ति के दिमाग और मन पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है. साथ ही वहां पर अंतिम संस्कार की प्रक्रिया के दौरान कई प्रकार के कीटाणु मौजूद होते हैं जो शरीर को हानि पहुंचा सकती है. इसलिए शमशान घाट से लौटने के बाद व्यक्ति को स्नान अवश्य ही कर लेना चाहिए.


तेल मालिश के बाद जरूर करें स्नान


चाणक्य नीति के अनुसार व्यक्ति को तेल मालिश करने के बाद स्नान जरूर कर लेना चाहिए. खासकर की सुबह के समय तो ये काम अवश्य ही करें. दरअसल चाणक्य के अनुसार तेल मालिश करने के बाद स्नान करना शरीर के लिए फायदेमंद होता है. ऐसा करने से तेल मालिश के बाद जो रोम छिद्र से मैल निकलते हैं वह नहाने से पूरी तरह से हट जाते हैं.


बाल कटवाने के बाद जरूर करें स्नान


चाणक्य नीति के अनुसार दाढ़ी या बाल कटवाने के बाद स्नान जरूर कर लेना चाहिए. दरअसल स्नान कर लेने से शरीर में चीपके बाल तुरंत हट जाते हैं, जो आगे चलकर व्यक्ति को परेशान नहीं करेंगे.


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)