Chanakya Niti For Success: आचार्य चाणक्य के लिए कहा जाता है कि सदियों में एक बार ही ऐसा कोई गुरु होता है जो अपने मार्गदर्शन मात्र से साधारण शिष्य को महान सम्राट बना देता है. आचार्य चाणक्य को अर्थशास्त्र का रचयिता भी कहा जाता है. कई लोग चाणक्य को कौटिल्य के नाम से बुलाते हैं. चाणक्य ने कहा है कि अगर आप अपनी जिंदगी को हंसते-खेलते देखना चाहते हैं तो जीवन में भूलकर भी इन तीन तरह के लोगों से दोस्ती नहीं करनी चाहिए. वरना आपकी जिंदगी जहन्नम बन जाती है.


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किन तीन लोगों से नहीं करनी है दोस्ती?


मूर्खशिष्योपदेशेन दुष्टास्त्रीभरणेन च।
दुःखितैः सम्प्रयोगेण पण्डितोऽप्यवसीदति॥


1. आचार्य चाणक्य ने अपने इस श्लोक में कहा है कि भूलकर भी हमें कभी मूर्ख से मित्रता नहीं करनी चाहिए. चाणक्य यहां पर मूर्ख उन लोगों को कहते हैं जो खुद को सर्वोपरि मानते हैं और दूसरों की सलाह पर ध्यान नहीं देते हैं. आचार्य चाणक्य कहते हैं कि ऐसे लोगों को ज्ञान देना समय बर्बाद करने के बराबर होता है.


2. आचार्य चाणक्य ने कहा है कि दुनिया में कुछ ऐसी भी महिलाएं हैं जिनसे दोस्ती न करके आपका जीवन बड़ा सुखी हो सकता है. आचार्य चाणक्य कहते हैं कि ऐसी महिलाओं से हमेशा दूर रखना चाहिए जो हर बात में अपनी ही चलाती हैं. दुष्ट स्वभाव वाली स्त्री और कड़वा बोलने वाली महिला दोनों कष्ट देती हैं. इन महिलाओं से दोस्ती करने से व्यक्ति को बचना चाहिए.


3. आचार्य चाणक्य ने कहा है कि कई व्यक्ति ऐसे होते हैं जो हर बात पर अपना रोना रोते रहते हैं. वह दूसरे के खुशियों भरे माहौल में जाकर भी अपनी दुख भरी कहानी सुनाते हैं. इस तरह के व्यक्तियों से भी हमें दूर रहना चाहिए और उनकी दोस्ती से बचना चाहिए. आचार्य चाणक्य कहते हैं कि अगर आप ऐसे लोगों को दुख से बाहर निकालते हैं तो समझिए आप खुद को दुख में धकेल रहे हैं.