Chanakya Niti in Hindi PDF: आचार्य चाणक्य महान कूटनीतिज्ञ, राजनीतिज्ञ और अर्थशास्‍त्री के तौर पर जाने जाते हैं. उन्‍होंने सुखद और सफल जीवन के लिए भी बहुत अहम बातें बताई हैं. इसमें परिवार के सभी सदस्‍यों जैसे माता-पिता, संतान, पति-पत्‍नी, भाई-बहन के अलावा दोस्‍तों, नौकर तक के बारे में अहम बातें बताई गई हैं. चाणक्‍य नीति के अनुसार यदि व्‍यक्ति गलत रिश्‍तों या गलत लोगों से घिरा हो तो उसे तगड़ा नुकसान झेलना पड़ता है. आचार्य चाणक्‍य कहते हैं कि यदि घर का मुखिया ऐसे लोगों से घिर जाए तो वह जीते जी मरे हुए व्‍यक्ति जैसा हो जाता है. आइए जानते हैं कि वो कौनसी चीजें हैं जो घर के मुखिया को जीते जी मार डाल देती हैं. 


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घर के मुखिया को मार डालती हैं ये चीजें 


आचार्य चाणक्‍य ने एक श्‍लोक के जरिए बताया है कि कुछ चीजें ऐसी हैं जो घर के मुखिया के लिए जहर की तरह होते हैं और उसे जीते जी मार डालते हैं. 
'दुष्टा भार्या शठं मित्रं भृत्यश्चोत्तरदायकः.ससर्पे च गृहे वासो मृत्युरेव न संशयः.'  


- चाणक्‍य नीति में दिए गए इस श्लोक में आचार्य चाणक्य कहते हैं कि दुष्ट स्वभाव वाली या कठोर वचन बोलने वाली महिला पूरे परिवार पर बोझ की तरह होती है. जो परिवार की बदनामी का कारण बनती है. यदि महिला संस्‍कारी नहीं है, उसका चरित्र अच्‍छा नहीं है तो ऐसे परिवार का मुखिया समाज में अपमान झेलता है और घुट-घुट कर जीता है. साथ ही गुजरते समय के साथ मौत के करीब खिसकता जाता है. वह परिवार के लिए जहर की तरह होती हैं. 


- ऐसा घर जिसका नौकर या सेवक बेईमान, दुष्‍ट और लालची हो, उस घर के मुखिया की जान हमेशा खतरे में रहती है. ऐसा सेवक कभी भी मालिक की जान ले सकता है या उसे नुकसान पहुंचा सकता है. 


- जिस घर में सांप रहते हों, या जहरीला जीव रहता हो, वहां रहने वाले व्‍यक्ति की जान हमेशा खतरे में रहती है. दुष्‍ट मित्र भी आस्‍तीन के सांप की तरह ही है. वह भी अपने फायदे के लिए कभी भी आपको नुकसान पहुंचा सकता है. 


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)


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