Chanakya Niti: जीवन में पाना चाहते हैं तरक्की और रहना चाहते हैं सुखी, ऐसे लोगों से रहें दूर
Sampurna Shanakya Neeti: भारत के इतिहास में आचार्य चाणक्य को कूटनीति का विद्वान माना जाता है. अच्छे और सुखी जीवन के लिए उन्होंने जो भी बातें कही हैं, वह वर्तमान जीवन में भी चरितार्थ होती हैं.
Chanakya Niti for Happy Life: आचार्य चाणक्य को भारत के इतिहास का सबसे कूटनीतिज्ञ और राजनीतिज्ञ इंसान माना जाता है. उनकी बातें जितनी प्राचीन भारत में महत्वपूर्ण थीं. आज के लोगों के जीवन में भी उतनी ही चरितार्थ होती है. उनकी कही बातों को अनुसरण कर चंद्रगुप्त मौर्य सिंहासन पर बैठे थे. कुटिल राजनीति के विद्वान होने के कारण ही, इन्हें 'कौटिल्य' नाम से भी जाना जाता है. आचार्य चाणक्य ने इंसान के जीवन को लेकर कई बातें अर्थशास्त्र, लघु चाणक्य, वृद्ध चाणक्य, चाणक्य-नीति शास्त्र लिखी थीं. उनकी बातों का इंसान आज भी अनुसरण करें तो इंसान सुखी जीवन जीएगा और उसको किसी तरह का नुकसान नहीं होगा.
परेशानी से कभी नहीं होगा सामना
आचार्य चाणक्य के अनुसार, इंसान अगर उनकी कुछ बातों का अनुसरण करें तो वह हमेशा तरक्की के रास्ते पर चलेगा और कभी धोखा नहीं खाएगा. उनके अनुसार, इंसान को जीवन में कुछ लोगों से दूरी बनाकर रखनी चाहिए. इन लोगों से दूरी बनाने से इंसान को कभी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा.
गलत बोलने वाली पत्नी
वैवाहिक जीवन सुखी बनाने में पति और पत्नी दोनों का हाथ होता है. दोनों की जीवन रूपी गाड़ी के दो पहिए हैं, एक भी खराब हो जाए तो गाड़ी पटरी से उतर जाती है. हालांकि, चाणक्य नीति के बात करें तो जो पत्नी हमेशा घर में बुरा बोलती है, उससे दूरी बनाएं. ऐसी पत्नियां बुरा बोलकर घर का माहौल खराब करती हैं, जिससे इंसान की जीवन नरक के समान हो जाता है.
दुष्ट लोगों से दूरी
दुष्ट लोगों के गांव या इलाके में नहीं रहना चाहिए. ऐसे लोगों से जितनी दूर रहें, उतना ही अच्छा है. ऐसे लोग हमेशा दूसरों से जलते हैं और उनकी तरक्की के बाधाओं का कारण बनते हैं. ऐसे लोग हमेशा दूसरे लोगों के बारे में बुरा ही सोचते हैं. जरूरी है कि ऐसे लोगों से दूरी बनाकर रखा जाए.
गलत लोगों की सेवा
बड़े-बुजुर्गों की सेवा करना काफी अच्छा माना गया है. इससे इंसान को शुभ फल की प्राप्ति होती है, लेकिन गलत इंसान की कभी सेवा नहीं करनी चाहिए. वह कभी आपका अहसान नहीं मानेंगे. इससे आप भी दुखी रहेंगे.
नासमझ संतान
हालांकि, हर इंसान को अपने बच्चों से प्यार होता है. वह उनके लिए कुछ भी कर गुजरने से भी गुरेज नहीं करता है. चाणक्य के अनुसार, अगर किसी का पुत्र मूर्ख या नासमझ हो तो उसको समझाएं और आगे की जीवन के लिए तैयार करें. वरना इंसान को उसकी वजज से हमेशा परेशान होना होगा और जिंदगी भर बोझ बने रहेगा.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)