Mahabharat Knowledge: हिंदू धर्म में महाभारत (Mahabharat) को 5वां वेद माना गया है. लेकिन, आपने बड़े-बुजुर्गों को यह कहते जरूर सुना होगा कि घर में महाभारत को रखना और पढ़ना नहीं चाहिए, इससे घर में कलह बढ़ती है, आपस में ही लड़ाइयां होती हैं? बड़ी संख्या में लोग ऐसा दावा करते हैं. लेकिन क्या ये दावा सच है या फिर लोगों को भ्रमित करने के लिए ऐसा कहा गया, आइए इसके बारे में जानते हैं. महाभारत में पांडवों और कौरवों के बीच हुए भीषण युद्ध के बारे में बताया गया है. क्या इस वजह से इसे घर में नहीं रखने के बारे में कहा जाता है? लेकिन वेदों से लेकर रामायण और दुर्गा सप्तशती में भी युद्ध की बात है. वेदों में दशराज्ञ और इंद्र-वृत्तासुर का वर्णन है. दशराज्ञ के युद्ध में भी परिवार की आपसी कलह के बारे में बताया गया है. लेकिन महाभारत को लेकर ही ऐसा दावा क्यों किया जाता है, इसकी वजह जानते हैं.


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महाभारत को घर में रखने को लेकर दावा!


दावा किया जाता है कि प्राचीन काल में हर घर में महाभारत रखी जाती है. लेकिन मध्यकाल में ऐसी अफवाह फैली कि महाभारत को घर में नहीं रखना चाहिए. और इस अफवाह को लोग सच मानने लगे. दावा किया जाता है कि हिंदुओं को धर्म से विमुख करने के लिए ऐसा किया गया. एक तरफ महाभारत को लेकर झूठ फैलाया गया और दूसरी रामायण पर भी सवाल उठाए गए.


महाभारत में है इतना सारा ज्ञान


गौरतलब है कि महाभारत के अंदर वेद, उपनिषद, पुराण और हिंदुओं के कई ग्रंथों का सार मिलता है. ऐसा दावा किया जाता है कि महाभारत ग्रंथ का घर में होना बहुत जरूरी है. महाभारत पढ़ने से सभी ग्रंथों और इतिहास की समझ बढ़ती है. कहते हैं कि महाभारत में रिश्तों, राज्य और जिंदगी से जुड़ी तमाम समस्याओं का हल मिलता है.


महाभारत से सीख सकते हैं ये चीजें


अगर आप महाभारत पढ़ते हैं तो आपको धर्म, ज्ञान, तर्क, मोक्ष और राजनीति के बारे में जानने को मिलता है. इसके अलावा आप गीता, विदुर नीति, भीष्म की नैतिकता, यक्ष प्रश्न और धृतराष्ट्र-संजय के संवाद के बारे में जानते हैं. अगर आप महाभारत से दूरी बनाते हैं तो आप इतने सारे ज्ञान से वंचित हो सकते हैं.


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(Disclaimer: ये स्टोरी सामान्य मान्यताओं पर आधारित है. Zee News इसकी पुष्टि नहीं करता है.)