Emerald Gemstone wear rules: बुध ग्रह के कमजोर होने की स्थिति में कई उपाय किए जाते हैं, लेकिन कुछ लोग समय के अभाव के चलते कर्मकांड या पूजा पाठ करने में असमर्थ होते हैं. बुध की पॉवर बढ़ाने के लिए सबसे सरल उपाय पन्ना (रत्न) धारण किया जाता है. बुध ग्रह कम्युनिकेशन, बुद्धि और कुशल व्यापार का कारक माना गया है. बुध ग्रह कन्या और मिथुन राशि का स्वामी होता है. पन्ना धारण करने से व्यक्ति में आत्मविश्वास बढ़ता है, किसी भी कार्य को करने में सफलता मिलने की संभावना बढ़ जाती है, इससे व्यक्ति की याददाश्त तेज होने के साथ ही स्वास्थ्य भी ठीक रहता है. इसे धारण करने वाले की चिंताएं समाप्त हो जाती हैं और जीवन सुखमय हो जाता है. 


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कैसे और कब धारण करें पन्ना रत्न
पन्ना का सीधा संबंध बुध ग्रह से है इसलिए इसे बुधवार के दिन ग्रहण करना शुभ माना जाता है. सोने या चांदी की अंगूठी में हाथ की सबसे छोटी अंगुली यानी कनिष्ठा में पहना जाता है. अंगूठी को एक दिन पहले यानी मंगलवार की रात्रि में कच्चे दूध में रख देना चाहिए, दूसरे दिन अर्थात बुधवार को गंगाजल से धोने के बाद धूप दीप आदि जला कर बुध के मंत्र का एक माला जाप अवश्य ही करना चाहिए. ऐसा करने से आपका रत्न जाग्रत हो जाएगा.  


किन लोगों को धारण करना चाहिए पन्ना
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पन्ना का संबंध मिथुन एवं कन्या लग्न में यदि बुध कमजोर हो जाए, यदि वह राशि मीन में हो तो पन्ना धारण करना चाहिए. जिन लोगों की लग्न मिथुन, वृष, कुंभ, कन्या, तुला, मकर हो तो पन्ना धारण करना उचित रहता है. बुध की अंतर्दशा और महादशा की स्थिति में भी पन्ना धारण करना चाहिए. व्यापार, गणित, ज्योतिष या कंप्यूटर का कार्य करने वालों के लिए पन्ना धारण करना शुभ होता है, क्योंकि इसे धारण करने से उन्हें अपने कार्य में सफलता मिलती है. आर्थिक स्थिति सुधारने के साथ ही पर्सनालिटी और वाकपटुता को बेहतर करने के लिए पन्ना बहुत ही कारगर उपाय है.  


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्‍य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)