Feng Shui in Hindi: फेंगशुई एक बहुत ही पुरानी चीनी वास्तु शास्त्र परंपरा है, जिसके सिद्धांत पॉजिटिव वातावरण बनाने में मदद करते हैं. इस विधा में विभिन्न प्रकार के रंगों, फर्नीचर की व्यवस्था और मकान के ढांचे को महत्व दिया गया है. शुरू में तो यह विद्या केवल चीन तक ही सीमित थी, किंतु बाद में इसने पूरी दुनिया में विस्तार किया. अब तो भारत में भी इसका प्रचलन काफी अधिक होता जा रहा है. इसके मानक के अनुसार बनाए गए प्रतीकों की डिमांड चीन ही नहीं, बल्कि वैश्विक स्तर पर हैं. फेंग का अर्थ होता है, हवा और पानी का मार्ग.  


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फेंगशुई के सिद्धांत में प्रकाश यानी रोशनी को काफी महत्व दिया गया है. फेंगशुई के अनुसार घर पूरी तरह से व्यवस्थित होना चाहिए, तभी वहां पर पॉजिटिव एनर्जी का पर्याप्त मात्रा में प्रवाह होता रहेगा. यदि घर में कहीं से निगेटिव प्रकाश आ रहा है या फिर घर में ही कहीं पर नकारात्मक प्रकाश है तो फेंगशुई उसे सकारात्मक प्रकाश में बदल कर, वहां रहने वाले लोगों के जीवन को प्रभावित करता है. पूरे दिन में एक बाद घर में रोशनी अवश्य करनी चाहिए.


घर में यदि फ्यूज बल्ब है तो उन्हें तुरंत ही बदल देना चाहिए, क्योंकि फ्यूज बल्ब घर के एनर्जी लेवल को बिगाड़ते हैं. बल्ब का आशय बिजली से जलकर रोशनी करने वाले किसी भी छोटे-बड़े उपकरण से है, जैसे एलईडी, ट्यूबलाइट आदि. 


खराब हो चुकी ऐसी चीजों को हटा देना घर और वहां पर रहने वाले लोगों के लिए बेहतर रहता है. इतना ही नहीं, यदि किसी घर में नल की टोटी खराब है और लगातार पानी टप-टप कर बहता रहता है तो उसे तुरंत ही ठीक करा लेना चाहिए. इसी तरह खिड़कियों के कांच टूटे हुए हैं तो उन्हें भी बदल देना चाहिए और इसके साथ ही शीशे में धूल को नहीं जमने देना चाहिए. इन उपायों से घर में एनर्जी का प्रवाह ठीक रहता है.