Ganpati Bappa 10 din ke liye kyun atte hai- भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को विघ्नहर्ता को घर-घर में विराजमान किया जाता है और अनंत चतुर्दशी के दिन गणेश विसर्जन किया जाता है.  वैसे तो कई लोग डेढ़ दिन, 5 दिन या 7 दिन बाद गणेश विसर्जन कर देते हैं, लेकिन वस्ताव में गणेश विर्सजन 10 के बाद ही किया जाता है,  कभी आपने सोचा है कि गणेश विर्सजन 10 दिन के बाद ही करने का खास वजह क्या है? 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

अगर नहीं, तो चलिए हम आपको बताते हैं, गणेश विर्सजन का मुख्य कारण महाभारत से जुड़ा हुआ है. 


महाभारत लिपिबद्ध करने की प्रार्थना- 


मान्यताओं और पौराणिक कथाओं के अनुसार, भाद्रपद महीने के शुक्‍ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को ही गणेशजी का जन्‍म हुआ था. साथ ही कथाओं में वर्णित है कि गणेश चतुर्थी के दिन से ही महाभारत की रचना के लिए गणेशजी से महर्षि वेदव्यास ने प्रार्थना की थी. 


गणेश जी ने कही ये बात- 


जिसके उत्तर में गणेश जी ने कहा कि, वो लिखना आरंभ करेंगे तो कलम नहीं रोकेंगे और अगर कलम रुक गई तो वहीं लिखना बंद कर देंगे. तब महर्षि वेदव्‍यास ने कहा कि भगवान आप विद्वानों में सबसे आगे हैं और मैं साधारण ऋषि, यदि मुझसे श्‍लोकों में कोई गलती हो जाए तो आप उसे ठीक करते हुए लिपिबद्ध करते जाएं. इस तरह महाभारत लेखन शुरू हुआ और लगातार 10 दिन तक चला. 


अनंत चतुर्दशी को पूरा हुआ लेखन कार्य- 


 महाभारत लेखन का काम जब अनंत चतुर्दशी के दिन पूरा हुआ तो गणेश जी का शरीर में धूल-मिट्टी से लतपत हो चुका था, तब सरस्‍वती नदी में स्‍नान करके  गणेश जी ने अपना शरीर साफ किया. इसलिए गणपति स्‍थापना 10 दिन के लिए की जाती है और फिर गणेश जी की प्रतिमा का विसर्जन किया जाता है. 


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)