Ganesh Puja: किसी भी कार्य में सबसे पहले गणेश जी की पूजा की जाती है, इस बात को तो सभी जानते हैं. इसका एक कारण और भी है कि गणेश जी अपने भक्त की समस्त कामनाओं को पूरा करते हैं और उन्हें कष्टों से मुक्त करके सभी प्रकार का वैभव प्रदान करते हैं. इस बारे में शास्त्रों में भी कहा गया है कि विभिन्न देवता अलग-अलग प्रकार की कामनाओं की पूर्ति करते हैं किंतु श्री गणेश जी महाराज सभी प्रकार की कामनाओं की पूर्ति कर देते हैं.


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सारी इच्छाएं होती हैं पूरी


गणेश जी की उपासना करने वाले की सभी प्रकार की अभिलाषाएं तुरंत पूरी कर देते हैं, कहा भी गया है सुखकर्ता दुखहर्ता. बस आवश्यकता तो केवल इस बात की है कि आप जो भी उपाय करें उसे पूरी निष्ठा आस्था और उमंग के साथ ही करें.


 


सर्वदाता हैं भगवान गणेश


सूर्य से आरोग्य की, अग्नि से श्री की, शिव जी से ज्ञान की, श्री विष्णु हरि जी से मोक्ष की, दुर्गा आदि देवियों से रक्षा की, भैरव आदि देवों से कठिनाइयों से पार पाने की, सरस्वती माता से विद्या तत्व की, लक्ष्मी जी से ऐश्वर्य वृद्धि की, पार्वती जी से सौभाग्य की, इंद्राणी से कल्याण की, स्कंध माता से संतान की, और श्री गणेश जी से सभी वस्तुओं की याचना करनी चाहिए, क्योंकि वह सर्वदाता हैं.  


 


ऐसे करें गणेश पूजन


आप यदि अपना कोई विशेष कार्य सिद्ध करना चाहते हैं तो किसी भी माह की चतुर्थी या फिर माह के प्रथम बुधवार से यह उपाय आरंभ करें. सर्वप्रथम गणेश जी को केसर व हल्दी से तिलक करें, तत्पश्चात गाय के शुद्ध घी का दीपक जलाएं. चंदन की अगरबत्ती धूपबत्ती के साथ मोदक का भोग अर्पित कर एक बार संकटनाशन गणेश स्तोत्र का पाठ करें और सात बार उनके विग्रह (मूर्ति)की परिक्रमा अवश्य करें. इसके साथ ही आपको श्री गणेश अथर्वशीर्ष का पाठ भी करना चाहिए. पाठ के बाद से ही आप अनुभव करेंगे कि आपके जीवन में आने वाली समस्याएं समाप्त होने लगी हैं.