Garuda Purana for Money: गरुड़ पुराण को महापुराण का दर्जा दिया गया है. भगवान विष्‍णु और उनके वाहन गरुड़ के बीच हुए संवाद को गरुड़ पुराण में समाहित किया गया है. गरुड़ पुराण में बातों का यदि पालन किया जाए तो व्‍यक्ति मृत्‍यु के बाद तो स्‍वर्ग पा ही सकता है, जीते जी भी स्‍वर्ग जैसा सुख पा सकता है. गरुड़ पुराण में धन कमाने से लेकर उसके सदुपयोग और दुरुपयोग आदि के बारे में भी विस्‍तार से बताया गया है. यदि धर्म की राह पर चलते हुए धन कमाया जाए और उसका उपयोग किया जाए तो जातक हमेशा सुखी-समृद्ध जीता है. साथ ही उसे मृत्‍यु के बाद भी इसका पुण्‍य फल मिलता है. ऐसा व्‍यक्ति गरीब भी हो तो उसे अमीर बनने में समय नहीं लगता है. वरना गलत तरीके से धन कमाने और दुरुपयोग करने वाला व्‍यक्ति करोड़पति हो तो भी उसे कंगाल होने में देर नहीं लगती है. 
 
धन का कैसे करें उपयोग 


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गरुड़ पुराण के अनुसार व्‍यक्ति को हमेशा धर्म का पालन करते हुए ही धन कमाना चाहिए. यानी कि कोई भी अनैतिक कार्य करके, झूठ बोलकर, चोरी करके, धोखा देकर धन नहीं कमाना चाहिए. साथ ही धन का उपयोग भी धर्म का पालन करते हुए करना चाहिए. जुआ, नशे जैसे गलत कामों पर धन बर्बाद नहीं करना चाहिए. आइए जानते हैं धन का सदुपयोग करने के तरीके. 


परिवार के सुख के लिए: व्‍यक्ति धन अपने और परिवार के सुख के लिए कमाना चाहिए. यदि उसका कमाया हुआ धन उसके परिवार को साधन संपन्‍न ना करे, उनकी बुनियादी जरूरतों को पूरा ना करे तो ऐसा धन व्‍यर्थ है. हमेशा अपने परिवार के भोजन, उनके रहने, शिक्षा, स्‍वास्‍थ्‍य पर पैसा खर्च करें. 


दान-धर्म: जो व्‍यक्ति अपने का धन का उपयोग गरीबों की मदद, धार्मिक कार्यों में ना करे, वह कितना भी धनवान क्‍यों ना हो, उसे गरीब बनने में देर नहीं लगती है. हमेशा समाज, जरूरतमंद लोगों और धार्मिक कार्यों में धन का उपयोग करना चाहिए. 


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)