Lord Vishnu Niti: हिंदू धर्म में 18 महापुराणों में से एक गरुड़ पुराण हैं. शास्त्रों में इसे एक अहम दर्जा प्राप्त है. गरुड़ पुराण में भगवान विष्णु ने जीवन में सफलता पाने के बारे में उल्लेख दिया है. इतना ही नहीं, गरुड़ पुराण में आत्मा का मृत्यु के बाद का सफर कैसा रहेगा इस बारे में भी गरुड़ पुराण में बताया गया है. इसलिए जीवन में कहा गया है कि व्यक्ति के गरुड़ पुराण का पाठ अवश्य करना चाहिए और इसमें बताई गई बातों को जीवन में आत्मसात करना चाहिए. 


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बता दें कि गरुड़ पुराण को लेकर लोगों के बीच कई धारणाएं मौजूद हैं. अक्सर लोगों को लगता है कि इसे घर पर किसी परिजन की मृत्यु के बाद ही पढ़ा जाता है. लेकिन बता दें कि गरुड़ पुराण मुख्य रूप से तीन भागों (आचारखंड, धर्मकाणड और ब्रह्माकांड) में विभाजित है. इसमें आचारखंड या पूर्वखंड जो कि गरुड़ पुराण का पहला भाग है इसका पाठ कभी भी किया जा सकता है. 


बता दें कि शास्त्रों के अइनुसार गरुड़ पुराण के पहले भाग में सृष्टि की उत्पत्ति, ध्रुव चरित्र, ग्रहों के मंत्र, उपासना विधि, ज्ञान, वैराग्य, भक्ति, दान, तप, जप, तीर्थ और सदाचार, यज्ञ, सत्कर्म जैसी बातों का वर्णन मिलता है. ऐसी मान्यता है कि इसका पाठ व्यक्ति को जीवन में अवश्य करना चाहिए और इसमें बताई गई बातों को व्यक्ति जीवन में आत्मसात अवश्य करे. इससे व्यक्ति बुरे कर्मों से दूर रहता है. जीवन में सुख की प्राप्ति होती है और मृत्यु के बाद व्यक्ति मोक्ष को जाता है. 


गरुड़ पुराण के अनुसार भगवान विष्णु ने 4 ऐसे कार्यों के बारे में बताया है, जो व्यक्ति को जीवन में सफलता के रास्ते पर ले जाती हैं. अगर व्यक्ति इन 4 कार्यों से दिन की शुरुआत करेगा, तो आपको जीवन में खूब लाभ मिलेगा. व्यक्ति को जीवन में सफलता हासिल होगी. जानें व्यक्ति के इन कार्यों के बारे में.


इन 4 कार्यों के साथ करें दिन की शुरुआत  


- गरुड़ पुराण के अनुसार व्यक्ति को नियमित रूप से स्नान करने के बाद भगवान की पूजा अवश्य करनी चाहिए. मान्यता है कि पूजा-पाठ के साथ अगर दिन की शुरुआत की जाए, तो व्यक्ति को देवी-देवताओं और पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है. इतना ही नहीं, व्यक्ति हर कार्य में सफलता हासिल करता है. 


- सुबह के समय भोजन करने से पहले भगवान को भोग अवश्य लगाएं. इसके बाद ही अन्न ग्रहण करें. अगर आप ऐसा करते हैं, तो इससे मां अन्नपूर्णा का आशर्वाद मिलता है और व्यक्ति को कभी भी सुख-समृद्धि की कमी नहीं रहती. 


- गरुड़ पुराण में भगवान विष्णु द्वारा बताया गया है कि हर व्यक्ति को दिन नें एक बार आत्मचिंतन अवश्य करना चाहिए. इससे आपको सही-गलत के बीच भेद पता चलता है और व्यक्ति के मनमें नए विचार उत्पन्न होते हैं. 


- भगवान विष्णु के अनुसार व्यक्ति को प्रतिदिन किसी न किसी जरूरतमंद की मदद अवश्य करनी चाहिए. अपने सामर्थ्य अनुसार किसी भूखे व्यक्ति को भोजन करा सकते हैं. किसी गाय को रोटी खिला सकते हैं. इतना ही नहीं, पक्षी का दाना दे सकते  हैं या फिर किसी कुत्ते को रोटी भी खिला सकते हैं. व्यक्ति अगर नियमित रूप से इनमें से कोई काम करता है, तो उसे बहुत पुण्य की प्राप्ति होती है. 


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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)