Jagannath Puri Temple Ratna Bhandar News: श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (SJTA) ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) के अधिकारियों से पुरी स्थित 12वीं सदी के मंदिर के संपूर्ण रत्न भंडार की मरम्मत, रखरखाव और संरक्षण कार्य तुरंत शुरू करने का अनुरोध किया है. SJTA के मुख्य प्रशासक अरबिंद पधी ने शनिवार को कहा कि मंदिर प्रशासन रत्न भंडार की मरम्मत और रखरखाव में एएसआई को अपना पूरा सहयोग देगा. 


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हमेशा से मंदिर की सुरक्षा को लेकर सतर्क- SJTA


पधी ने कहा, ‘हमें एएसआई द्वारा किए गए रत्न भंडार के जीपीआर-जीपीएस सर्वेक्षण की रिपोर्ट मिल गई है. अब हम एएसआई से मंदिर के रत्न भंडार की हिफाजत में काम शुरू करने का अनुरोध करते हैं.’ उन्होंने कहा कि एसजेटीए हमेशा से मंदिर की स्थिरता और सुरक्षा को लेकर सतर्क रहा है. 


मंदिर के रत्न भंडार का हुआ सर्वेक्षण


इससे पहले, एएसआई ने हैदराबाद स्थित राष्ट्रीय भू-भौतिकीय अनुसंधान संस्थान की सहायता से 12वीं सदी के मंदिर के रत्न भंडार का जीपीआर-जीपीएस सर्वेक्षण किया था. पधी ने कहा कि एएसआई ने सर्वेक्षण पर 45 पन्नों की रिपोर्ट दी है. 


46 साल बाद हुआ रत्न भंडार का मूल्यांकन


पधी ने रिपोर्ट की जानकारी देते हुए बताया, ‘रत्न भंडार के फर्श और दीवार को नुकसान पहुंचने का संकेत मिला है. हालांकि, तकनीकी रिपोर्ट का हमारी टीम द्वारा और अध्ययन किए जाने की आवश्यकता है.’


अधिकारियों ने कहा कि रत्न भंडार को मूल्यवान सामान की सूची तैयार करने और इसकी संरचना की मरम्मत के लिए 46 साल बाद इस साल जुलाई में फिर से खोला गया था. 


(एजेंसी भाषा)