Jaya Kishori Relationship Tips: सच्चे रिश्ते के बारे में बात करते हुए मशहूर कथावाचक और मोटिवेशनल स्पीकर (Motivational Speaker) जया किशोरी (Jaya Kishori) ने कहा कि अधिकतर लोग परेशानी के वक्त में भगवान का साथ छोड़ देते हैं. परेशानी का मतलब ये होता है कि आप अपने रिश्ते कैसे नापते हैं? अगर सुख में कोई रिश्ता साथ रहता है तो वह रिश्ता थोड़ी होता है. पूरी दुनिया सुख के समय में साथ खड़ी होती है. अगर आपके अपने भी सुख में आपके साथ खड़े हो जाएं तो इसमें कौन सी बड़ी बात है. आपके असली रिश्ते और अपने लोग वो होते हैं जो दुख के समय में आपके साथ खड़े रहे हैं.


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सच्चा रिश्ता किसका है?


जया किशोरी ने आगे कहा कि मान लीजिए कि अगर आपके दिन अच्छे चल रहे हैं और आप भगवान जी को मनाने में जुटे हुए हैं तो इसमें कौन सी बड़ी बात है? लेकिन अगर आपका समय अच्छा नहीं चल रहा है पर फिर भी आप कह रहे हैं कि मुझे भगवान पर भरोसा है. वो जो करता है सोच-समझकर करता है तो इसको भक्ति बोलते हैं और यही सच्चा रिश्ता है.



कब बोलना चाहिए सॉरी?


कथावाचक जया किशोरी ने कहा कि सिर्फ सॉरी बोलने के लिए सॉरी नहीं बोलते. ये एक प्रॉब्लम है कि लोग झगड़ा खत्म करने के लिए सॉरी बोलते हैं और फिर याद रखते हैं. इतना ही नहीं बाद में वे उस चीज को यूज भी करते हैं. मुझे ऐसा लगता है कि मत बोलो. अगर आप माफ नहीं कर पा रहे हो और आपके अंदर वो दर्द अभी भी है तो सॉरी मत बोलो. जब तक वो चीज ठीक नहीं हो जाती है उसको क्लियर करो. अपना टाइम लीजिए.


बुराई से कैसे बचें?


जया किशोरी ने कहा कि मुंह तभी खोलना जब बोलने को कुछ अच्छा हो. नहीं तो बंद ही रखना. बुरा बोलने से अच्छा कुछ ना बोलना. अगर आपको बुराई ही करनी है तो इससे अच्छा है कि मुंह बंद रखो. मुंह तभी खोलो जब बोल कुछ अच्छा रहे हो. क्योंकि बुराई वैसे भी दुनिया में कम नहीं है कि हम भी शुरू हो जाएं.