Kaal Bhairav Puja: 22 नवंबर 2024 को काल भैरव बाबा की जयंती है. इन्हें दीन-दुखियों का रक्षक माना जाता है. धार्मिक मान्यता के मुताबिक काल भैरव जी की जयंती पर काले कुत्ते को मीठी रोटी खिलानी चाहिए. ऐसा करने से भैरवनाथ की कृपा से उन्हें तरक्की मिलती है. इसके अलावा कई और भी तरीके हैं जिससे कि बाबा काल भैरव को प्रसन्न किया जा सकता है.


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दो तरीके से होती है काल भैरव की पूजा


धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक काल भैरव की पूजा दो प्रकार से की जाती है. पहला है राजसिक सिद्धि  और दूसरा है तामसिक सिद्धि. दोनों पूजा के लिए अलग-अलग विधि-विधान है. तामसिक सिद्धि के जरिए अगर कोई भी शख्स पूजा करता है तो उसमें मंत्र, हवन आदि के जरिए इस पूजा को करते हैं. मान्यताओं के मुताबिक इस तरीके से पूजा के दौरान भूत, प्रेत और पिशाच भी पूजा करने वाले व्यक्ति के शरीर के साथ जुड़ जाते हैं. ऐसे में आपको इष्ट मंत्र की साधना अलग से करनी होती है. अगर कोई ऐसा नहीं करता है तो मान्यता के मुताबिक नकारात्मक शक्तियां शरीर को अपने लोक में खींच ले जाती है.


काल भैरव को ऐसे करें प्रसन्न


ऐसे में यही कारण है कि गृहस्थ जीवन वाले लोग बाबा काल भैरव की पूजा सामान्य रूप से या कहें तो राजसिक सिद्धि योग के जरिए करते हैं. तो आज हम आपको बता रहे हैं कि काल भैरव को कैसे प्रसन्न करें. काल भैरव की पूजा करने से सभी प्रकार की नकारात्मक शक्तियां दूर हो जाती है.


कैसे करें काल भैरव को प्रसन्न


अगर आप चाहते हैं कि बाबा काल भैरव की पूजा करके उन्हें प्रसन्न करें तो इसके लिए पूजा के दौरान उनके मंत्रों का जाप करें. इस दौरान भैरवाष्टक का पाठ करना शुभ माना जाता है. इसके अलवा शनिवार के दिन उड़द के पकौड़े सरसो तेल में तलकर कुत्ते को खिलाएं. ऐसा करने से बाबा प्रसन्न होते हैं. इसके अलावा अगर आप चाहें तो काल भैरव को जलेबी, इमरती या मालपुए का भोग लगा सकते हैं.


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)