Kartik Purnima: कार्तिक माह हिंदुओं का बड़ा त्योहार माना जाता है. इस दिन को देव दिवाली के रूप में भी मनाया जाता है. मान्यता है कि इस दिन किसी भी पवित्र नदी में स्नान करने से मनुष्यों के सारे पाप धुल जाते हैं. कार्तिक मास की पूर्णिमा को साल का सबसे पवित्र पूर्णिमा माना जाता है. धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक इस दिन कोई भी शुभ कार्य की शुरुआत कर सकते हैं. इस दिन दान करने का रिवाज है. ऐसे करने से प्रभु प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों पर कृपा बरसाते हैं. तो चलिए हम आपको बताते हैं कि इस दिन क्या-क्या करना चाहिए जिससे कि प्रभु की कृपा हम पर बनी रहें.


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तुलसी को दिखाएं दिया


कार्तिक पूर्णिमा के दिन शाम के वक्त तुलसी को दिया दिखाएं. इसके अलावा भगवान श्रीहरि विष्णु औप देवाधिदेव भगवान शिव जी के मंदिर जाकर दीप दान करें. दीप दान करने से प्रभु प्रसन्न होते हैं. मान्यता के मुताबिक दीप दान करने से मनवांछित फल की प्राप्ति होती है. इसके अलावा दीप दान के बाद गरीबों के बीच अन्न और फल का वितरण करना चाहिए.


चंद्रोदय के समय शिव जी का करें दर्शन


कार्तिक पूर्णिमा की शाम जिस वक्त चंद्रमा उदय होता है उस वक्त भगवान शिव जी के दर्शन करें. दर्शन करने के उपरांत पूरे विधि-विधान से शिव जी की पूजा करें. ऐसा करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और पुत्र-धन का आशीर्वाद देते हैं. पूजा के बाद शिव जी की आरती जरूर गाएं.


अन्न, वस्त्र का करें दान


कार्तिक पूर्णिमा के दिन अन्न, धन और वस्त्र आदि का दान जरुरमंद लोगों के बीच जरूर करनी चाहिए. ऐसा करने से दान करने वाले व्यक्ति कि तरक्की दीन दोगुनी और रात चोगुनी होती है. इसके अलावा इस दिन चांदी और दूध का दान नहीं करना चाहिए.


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)