Laddu Gopal Puja Niyam: भगवान श्री कृष्ण के बाल स्वरूप लड्डू गोपाल की पूजा की जाती है. लड्डू गोपाल की एक छोटे बच्चे की तरह केयर की जाती है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जिस घर में लड्डू गोपाल का पूजन और सेवा की जाती है वो घर सुख-समृद्धि से हमेशा भरपूर रहता है. साथ ही लड्डू गोपाल प्रसन्न होकर अपने सेवक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं. लेकिन हिंदू धर्म में लड्डू गोपाल की सेवा के कुछ नियम बताए गए हैं जिनको ध्यान में रखकर सेवा करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है. चलिए जानते हैं लड्डू गोपाल जी सेवा से जुड़े जरूरी नियम.


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लड्डू गोपाल को न छोड़ें अकेला
एक बच्चे की तरह लड्डू गोपाल जी की सेवा की जाती है. ऐसे घर में जिस प्रकार कभी भी किसी छोटे बच्चे को अकेला नहीं जाता, उसी प्रकार लड्डू गोपाल को भी घर में कभी अकेला नहीं छोड़ा जाता. जिस प्रकार घर में अकेला बच्चा डर जाता है उसी प्रकार लड्डू गोपाल को भी डर लग सकता है. इसलिए अगर आप कहीं घर से कहीं बाहर जा रहे हैं तो लड्डू गोपाल को अपने साथ लेकर ही जाएं.


ऐसे कराएं स्नान
अगर आपके घर में लड्डू गोपाल हैं तो आपको उनको रोजाना शंख में जल भरकर ही स्नान कराना चाहिए. फिर उनको साफ-सुथरे वस्त्र ही पहनाने चाहिए. मान्यतानुसार शंख में मां लक्ष्मी वास करती हैं. ऐसे में लड्डू गोपाल के स्नान के बाद शंख के जल को तुलसी में चढ़ा दें. 


इस प्रकार से करें शृंगार
धार्मिक मान्यतानुसार लड्डू गोपाल शृंगार करना बेहद पसंद करते हैं. ऐसे में लड्डू गोपाल को रोजाना स्नानादि और सुंदर वस्त्र पहनाकर चंदन का टीका करें और आभूषण पहनाएं. फिर आप उनको मोर पंख वाला मुकुट भी अवश्य पहनाएं. 


कितनी बार भोग लगाएं 
लड्डू गोपाल के भोग के खाना सात्विक हो इस बात का ध्यान रखें. उसमें भूलकर भी लहसुन-प्याज का इस्तेमाल न किया गया हो, इस बात का भी ध्यान रखें. लड्डू गोपाल को दिन में चार बार भोग लगाना चाहिए.


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्‍य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)