Manabasa Gurubar: मानबसा गुरुवार का व्रत आज, नाच-गाकर महिलाएं मनाएंगी त्योहार
Manabasa Gurubar: यह त्योहार घर में नई फसल के आने का है. यह त्योहार खेत में खड़ी फसल की कटाई के साथ जुड़ा हुआ होता है. किसान कड़ी मेहनत करके खेतों में धान को उपजाता है और वहां से काटकर उसे अपने खलिहान तक लाता है. ओडिशा के किसान ऐसा मानते हैं कि माता लक्ष्मी की कृपा से धान खलिहान तक पहुंचा है.
Manabasa Gurubar: आज मानबसा गुरुवार का त्योहार है. यह पारंपरिक त्योहार है. यह दिन ओडिशा के लोगों के लिए काफी खास होता है. इस दिन वहां के लोग गुरुवार को मार्गशीर्ष महीने की चंद्र तिथि के दौरान माता लक्ष्मी जी का पूजन करते हैं. ओडिशा के लोगों के बीच ऐसी मान्यता है कि इस दिन माता लक्ष्मी हर घर में प्रवेश करती हैं और अपने भक्तों के घर को धन-धान्य से भर देती हैं. इस कारण घर की महिलाएं पूरे भक्ति के साथ माता लक्ष्मी का पूजन करती हैं.
नई फसल के आने का त्योहार
दरअसल, यह त्योहार घर में नई फसल के आने का है. यह त्योहार खेत में खड़ी फसल की कटाई के साथ जुड़ा हुआ होता है. किसान कड़ी मेहनत करके खेतों में धान को उपजाता है और वहां से काटकर उसे अपने खलिहान तक लाता है. ओडिशा के किसान ऐसा मानते हैं कि माता लक्ष्मी की कृपा से धान खलिहान तक पहुंचा है. प्रदेश के लोग इस पूजा के जरिए माता लक्ष्मी का आभार जताते हैं.
महिलाएं रखती हैं व्रत
इस मौके पर महिलाएं व्रत रखती हैं. इस दौरान वहां के माता लक्ष्मी की आराधना करते हुए भजन-कीर्तन भी करते हैं. इस दिन प्रदेश में जश्न का माहौल होता है. किसान परिवार के सदस्य नए कपड़े पहनते हैं. आमतौर पर इस पूजा को ओडिशा की विवाहित हिंदू महिलाएं करती हैं.
नए धान से करते हैं पूजा
इस पूजा के दौरान महिलाएं नए कटे हुए धान के दाने को रखते हैं. फिर वे मान को इस अनाज से भरते हैं. मान, धान को मापने का एक बर्तन है जिसका इस्तेमाल पुराने जमाने में किया जाता था. इस दिन महिलाएं पूजा करते समय प्राचीन कवि बलराम दास की ओर से लिखित महा लक्ष्मी पुराण पढ़ते हैं. इस दिन पूजा में भाग लेने के लिए महिलाएं सफेद और लाल के मिक्स रंग की नई साड़ी पहनती हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)