Shani Parvat kaha hota hai: जिस तरह ज्योतिष शास्त्र में शनि ग्रह को बहुत खास माना गया है. वैसे ही हस्‍तरेखा शास्‍त्र में भी हथेली पर शनि पर्वत और शनि रेखा को बहुत महत्‍व दिया गया है. हाथ में शनि पर्वत और शनि रेखा की स्थिति बताती है कि व्‍यक्ति का जीवन, उसकी आर्थिक स्थिति, करियर कैसा रहेगा. उसे जीवन में खूब संघर्ष करना पड़ेगा या वह ऊंचा पद, बेशुमार पैसा पाएगा. हथेली में यदि शनि शुभ हो तो जातक को खूब मान-सम्‍मान भी मिलता है. इसके अलावा शनि पर्वत पर बने निशान भी भविष्‍य के बहुत महत्‍वपूर्ण संकेत देते हैं. 


शनि पर्वत पर बने निशानों का मतलब 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

हथेली की मध्यमा उंगली यानी कि सबसे बड़ी उंगली के नीचे शनि पर्वत होता है. यदि शनि पर्वत अच्‍छी तरह विकसित यानी कि उभार लिए हुए तो ऐसा जातक बहुत लकी होता है. ऐसे लोग मेहनती भी होते हैं और किस्‍मत का साथ भी पाते हैं. वे अपने जीवन में ऊंचा मुकाम हासिल करते हैं. 


- शनि पर्वत बहुत ज्‍यादा विकसित हो तो व्‍यक्ति अपने जीवन में अपार धन, वैभव और ख्‍याति पाता है. वह जीवन में सब कुछ हासिल करता है लेकिन उसकी मैरिड लाइफ में समस्‍याएं होने की आशंका रहती हैं. ऐसे जातक अपने काम के कारण परिवार को समय नहीं दे पाते हैं. 


- यदि शनि पर्वत पर क्रॉस या द्वीप का चिन्ह हो तो ऐसा जातक जीवन में दुख उठाता है. ऐसे लोग अभावों में जीवन जीते हैं. यदि बहुत मेहनत से कुछ हासिल कर भी लें तो जीवन में बार-बार उतार-चढ़ाव झेलते हैं. 


जिन जातकों के हाथ में शनि की स्थिति शुभ न हो उन्‍हें शनि के कष्‍टों से राहत पाने के लिए उपाय कर लेने चाहिए. इसके लिए वे शनि मंत्र का जाप करें, शनिवार को शनि संबंधित चीजों का दान करें. 


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)


ये ख़बर आपने पढ़ी देश की नंबर 1 हिंदी वेबसाइट Zeenews.com/Hindi पर