Mauni Amavasya Kab Hai: हिंदू धर्म में माघी अमावस्‍या को बहुत महत्‍वपूर्ण माना गया है. इसे मौनी अमावस्‍या भी कहा जाता है क्‍योंकि इस दिन मौन व्रत रखना बहुत पुण्‍यदायी माना गया है. इस साल माघी अमावस्‍या या मौनी अमावस्‍या 9 फरवरी को है. मौनी अमावस्‍या को ज्‍योतिष में भी अहम माना गया है. इस दिन पितृ दोष से निजात पाने के उपाय करना बहुत लाभ देता है. मौनी अमावस्‍या के दिन पवित्र नदी में स्‍नान करना और ब्राह्मणों-जरूरतमंदों को दान देना बहुत लाभ देता है. साथ ही इस दिन मौन व्रत रखा जाता है. 


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मौनी अमावस्‍या 2024 


पंचांग के अनुसार मौनी अमावस्या तिथि 9 फरवरी की सुबह 7 बजकर 42 मिनट से शुरू होगी और अगले दिन 10 फरवरी की सुबह 4 बजकर 52 मिनट पर समाप्‍त होगी. उदया तिथि के अनुसार माघी अमावस्‍या 9 फरवरी को मानी जाएगी. इसी दिन मौनी अमावस्‍या का स्‍नान-दान किया जाएगा. मान्‍यता है कि मौनी अमास्‍या के दिन पवित्र नदियों में स्‍नान करने से शरीर और आत्‍मा शुद्ध होती है. पापों से मुक्ति मिलती है. मौनी अमावस्‍या के दिन उपवास करने के साथ-साथ मौन व्रत भी रखें. 


पितृ दोष से मिलेगी मुक्ति 


कुंडली में पितृ दोष हो तो जातक की तरक्‍की में बाधा आती है. धन हानि, बीमारी, वंश वृद्धि में समस्‍या होती है. विवाह में रुकावटें आती हैं. घर में हर समय झगड़े-कलह होते रहते हैं. लिहाजा पितृ दोष से मुक्ति पाने के उपाय जल्‍द से जल्‍द कर लेने चाहिए. पितृ दोष से निजात पाने के लिए मौनी अमावस्‍या का दिन खास होता है. लिहाजा इस दिन ज्‍योतिष में बताए गए ये आसान काम जरूर कर लें. 


- मौनी अमावस्‍या के दिन 'ॐ आद्य-भूताय विद्महे सर्व-सेव्याय धीमहि। शिव-शक्ति-स्वरूपेण पितृ-देव प्रचोदयात्' मंत्र का 108 बार जाप जरूर करें. इससे पितृ दोष से मुक्ति मिलती है. जीवन की समस्‍याएं दूर होती हैं. 


- मौनी अमावस्या के दिन सूर्यदेव को अर्घ्‍य दें. फिर पितरों के लिए तर्पण करें. 


- मौनी अमावस्‍या के दिन पितरों के निमित्‍त दान करें. इससे पितृ प्रसन्‍न होते हैं. 


- मौनी अमावस्‍या के दिन मांस-मदिरा का सेवन ना करें. गलती से भी इस दिन ना तो झूठ बोलें और ना किसी से कड़वा बोलें. 


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)