Phulera Dooj 2024 Date: फुलेरा दूज का त्योहार भगवान श्री कृष्ण और राधा जी के प्रेम को समर्पित है. ये फाल्गुन मास में शुक्ल पक्ष की एकादशी को मनाया जाता है. इस साल यह 11 मार्च सोमवार को मनाया जाएगा, इस दिन राधा-कृष्ण की मूर्ति पर गुलाल चढ़ाने की परम्परा है. इसके साथ ही इस दिन अबूझ मुहूर्त भी माना जाता है.


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अबूझ मुहूर्त का महत्व
अबूझ मुहूर्त का आशय है किसी भी शुभ कार्य को करने के लिए मुहूर्त के विचार की कोई आवश्यकता नहीं. सभी जानते हैं कि जब कोई शुभ कार्य उसके लिए निर्धारित मुहूर्त में किया जाता है तो मिलने वाला फल कई गुना बढ़ जाता है, ऐसे मुहूर्त में किए गए कार्य सफलता तक पहुंचते हैं. 


 


फुलेरा दूज और अबूझ मुहूर्त
फुलेरा दूज के दिन भी ऐसा ही अबूझ मुहूर्त रहता है जिसमें कोई भी शुभ कार्य जैसे प्रॉपर्टी की खरीद, नया व्यापार आदि किए जा सकते हैं. पंचांग के अनुसार इस दिन ग्रहों के ऐसे योग बनते हैं, जो अपने आप में बहुत ही शुभ होते हैं. इस दिन किए जाने वाले शुभ कार्य दोषों से रहित होते हैं. इसके कुछ दिनों के बाद ही होलाष्टक लग जाते हैं जिसमें शुभ कार्यों का करना वर्जित हो जाता है. 


 


फुलेरा दूज का महत्व
फुलेरा दूज के दिन के बारे में मान्यता है कि जिस तरह राधा कृष्ण के जीवन में प्रेम और सौहार्द्र है उसी तरह फुलेरा दूज का पर्व मनाने वालों का जीवन भी खुशियों और उमंग से भरा रहता है. इस दिन सुबह स्नान आदि नित्य कर्म से निवृत्त होने के बाद राधा कृष्ण की प्रतिमा का ठीक से फूल माला आदि से श्रृंगार करना चाहिए.


 


इसके बाद उन्हें गुलाल अर्पित करने के साथ ही मिष्ठान का भोग लगाना चाहिए. विधि विधान से पूजा करते हुए उनके सामने अपने जीवन में सुख समृद्धि और खुशहाली की कामना करनी चाहिए और फिर उस भोग को स्वयं लेने के साथ ही परिवारजनों और पास पड़ोस के लोगों के बीच वितरित करें.