Ram Mandir Idol: अयोध्या में बन रहे राम मंदिर का उद्धाटन 22 जनवरी को होना है. मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के दिन जैसे-जैसे करीब आ रहे हैं, वैसे-वैसे लोगों में उत्साह देखने को मिल रहा है. राम मंदिर के गर्भगृह में रखी जाने वाले रामलला की मूर्ति का चयन हो, मूर्ति को स्थापित कर दिया गया है. बता दें कि भगवान श्री राम और माता सीता की मूर्ति बनाने के लिए नेपाल से शालिग्राम की शिलाएं रामनगरी लाईं गई थीं. लेकिन इन शिलाओं का इस्तेमाल भगवान की मूर्ति बनाने के लिए नहीं किया गया. बल्कि कर्नाटक के मैसूर के अरुण योगीराज द्वारा बनाई गई मूर्ति का चयन किया गया है. 


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लेकिन नेपाल से आई इन शिलाओं को मूर्ति बनाने के लिए उचित नहीं पाया गया था. ऐसे में अब ये सवाल उठ रहा है कि नेपाल से आईं शालीग्राम की इन शिलाओं के साथ क्या हुआ. इस दौरान अयोध्या पहुंचे नेपाली प्रतिनिधियों के मुताबिक इन शिलाओं की तकनीकी जांच के बाद मूर्तिकारों का कहना था कि ऐसी शिलाओं से मूर्ति तराशना संभव नहीं है. इसके बाद दूसरे पत्थरों से मूर्तियां बनाई गईं. 


कहां है नेपाल से आई हुईं शिलाएं


बता दें कि भगवान श्री राम और माता सीता की मूर्ति के लिए नेपाल से शालीग्राम की शिलाओं को लाया गया था. लेकिन इन शिलाओं को मूर्ति बनाने के लायक नहीं पाया गया. अधिकारियों से शिलाओं के बारे में पूछने पर ये बताया गया कि जहां राम मंदिर बनाया जा रहा वहां पत्थरों को सुरक्षित रखा गया है.  मंदिर परिसर के अधिकारियों का कहना है कि भले ही मूर्ति न बनी हो, लेकिन इस पवित्र शिला को गरिमापूर्ण तरीके से मंदिर परिसर में स्थापित किया गया है.


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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)