Saturday Remedies: शनिवार का दिन शनि देव को समर्पित है. इस दिन विधिपूर्वक शनि देव की पूजा-उपासना व्यक्ति का बेड़ा पार करती है. कहते हैं कि शनि देव की पूजा सूर्योदय से पहले और सूर्यास्त के बाद की जाए, तो व्यक्ति को विशेष फलों की प्राप्ति होती है. शनि देव को कर्मफल दाता के रूप में जाना जाता है. व्यक्ति के अच्छे-बुरे कर्मों का हिसाब शनि देव रखते हैं. इसलिए ही इन्हें न्याय के देवता के नाम से जाना जाता है.


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ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसी भी जातक की कुंडली में शनि के कमजोर होने पर शनि की साढ़े साती और ढैय्या के समय कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. अगर आप भी शनि के बुरे प्रभाव से बचना चाहते हैं या फिर शनि के दोषों से मुक्ति पाना चाहते हैं, तो ये कुछ विशेष उपायों को अपनाया जा सकता है.


शनिवार की रात कर लें ये आसान उपाय


- शनिवार के दिन शनिदेव के प्रकोप को कम करने के लिए भोजन में काला नमक और काली मिर्च का इस्तेमाल अवश्य करें. मान्यता है कि इससे व्यक्ति की साढ़े साती और ढैय्या का प्रभाव कम हो जाता है.


- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनिवार के दिन बंदरों को भुने हुए चने खिलाने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है. इस दिन काले कुत्ते को सरसों के तेल से चुपड़ी हुई रोटी खिलाने से  शनि देव प्रसन्न होते हैं और अशुभ प्रभाव कम हो जाते हैं.


- मान्यता है कि शनि के दुष्प्रभावों से बचने के लिए शनिवार के दिन काली गाय की सेवा अवश्य करें. ऐसे में खाना बनाते समय पहली रोटी गाय की निकाल दें. इसके बाद  गाय के सींग पर कलावा बांध लें और उन्हें रोटी और मोतीचूर का लड्डू खिलाएं.


-  ज्योतिष अनुसार शनिवार की रात पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का चौमुखी दीया जलाने से लाभ मिलेगा. इस उपाय को करते समय इस बात का ध्यान रखें कि ये दीया आटे का बना हुआ होना चाहिए. इसके बाद पेड़ की 5 या 7 बार परिक्रमा लगाएं.


- इसके अलावा, शनिवार की सुबह स्नान आदि के बाद पीपल के पेड़ में दल अर्पित करें. इसे उपाय को करते समय जल में थोड़ा सा दूध मिला लें. ये उपाय बेहद लाभकारी और चमत्कारी है.


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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)