Shani ke Upay: शनि देव व्‍यक्ति के कर्मों के आधार पर शुभ-अशुभ फल देते हैं इसलिए शनि को दंडाधिकारी, कर्मफलदाता और न्‍याय का देवता कहा जाता है. शनि की शुभ दृष्टि जहां भिखारी को राजा बना देती है, वहीं अशुभ दृष्टि राजा को सड़क पर ला सकती है. इसलिए शनि को लेकर सभी के मन में डर का भाव रहता है. शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या से लोग खौफ खाते हैं. हालांकि कुंडली में शनि उच्‍च के हों और व्‍यक्ति के कर्म अच्‍छे हों तो शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या में जातक बहुत लाभ पाता है. आज हम जानते हैं कि शनि को कौन से काम अप्रिय हैं और किन लोगों से शनि हमेशा नाराज रहते हैं. 


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इन लोगों पर टूटता है शनि का कहर 


जिन लोगों से शनि नाराज रहते हैं, उन्‍हें धन हानि, अपमान, संघर्ष, बीमारियां झेलनी पड़ती हैं. उनके जीवन में सुख नहीं रहता है, उन्‍हें किसी भी काम में सफलता नहीं मिलती है. उनके रिश्‍ते-नाते, परिवार बर्बाद हो जाते हैं. इसलिए ऐसे कोई काम नहीं करने चाहिए, जो शनि देव को नापसंद हों. 


- ज्‍योतिष के अनुसार न्‍याय के देवता शनि गलत काम करने वालों को कभी नहीं बख्‍शते हैं. ऐसे लोगों को शनि सख्‍त सजा देते हैं. 


- जो लोग गरीबों, असहायों, बुजुर्गों और महिलाओं को बेवजह परेशान करते हैं, उन्‍हें शनि की नाराजगी जरूर झेलनी पड़ती है. इसी तरह दिव्‍यांगजनों को सताने वाले या उनका अपमान करने वालों को भी शनि बहुत कष्‍ट देते हैं. 


- जो लोग अपने हित के लिए किसी दूसरों को धोखा देते हैं, दूसरों का धन हड़पते हैं, चोरी करते हैं, उन लोगों को भी शनि देव कष्ट देते हैं.


- बेजुबान जानवरों, पक्षियों को सताने वाले, मारने वाले को शनि की क्रूर दृष्टि झेलनी पड़ती है. 


शनि के उपाय 


शनि की क्रूर दृष्टि से बचने के लिए गरीब, असहाय, श्रमिकों की मदद करनी चाहिए. काली चीजों का दान करना चाहिए. पशु-पक्षियों को भोजन देना चाहिए. सफाई कर्मचारियों से सम्‍मान से बात करनी चाहिए. उन्‍हें दान देना चाहिए. 


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्‍य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)