Shani Jayanti Upay: शनि देव इंसान को उनको कर्मों के हिसाब से फल प्रदान करते हैं. यही वजह है कि लोग उनके दंड से बचना चाहते हैं. शनि देव किसी जातक को साढ़ेसाती और ढैय्या के दौरान परिणाम देते हैं. ये बुरे भी हो सकते हैं और शुभ भी. हालांकि, साढ़ेसाती का नाम सुनते ही लोगों के मन में घबराहट पैदा हो जाती है. हालांकि, ऐसा करने की जरूरत नहीं है. 19 मई शनि जयंती मनाई जाएगी. ऐसे में इस दिन कुछ खास उपाय करने से इंसान शनि देव प्रसन्न होते हैं और अपनी कृपा दृष्टि बरसाते हैं.


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पीपल


शनि जन्मोत्सव या शनि जयंती के दिन सूर्योदय के समय पीपल वृक्ष के चारों तरफ 7 बार कच्चा सूत लपेटे और धूप-दीप-नैवेद्य से शनि भगवान की पूजा करें. इसके साथ ही शनि के मंत्र ‘ऊँ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः’ का 108 बार जाप करें. ऐसा करने से साढ़ेसाती और ढैय्या का बुरा असर कम होने लगता है.


प्रवाहित


शनि जयंती के दिन सूर्यास्त से पहले सवा मीटर काले कपड़े में सवा किलो काला चना, एक कील और एक कोयला बांधकर अपने ऊपर से 11 बार उतार लें. इसके बाद सामग्री बंधे इस कपड़े को बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें. इससे शनि देव प्रसन्न होते हैं.


दान 


शनि देव को दान करना भी पसंद हैं. शनि जयंती के दिन काला तिल, तेल, उड़द, काला वस्त्र, जूता, लोहा, काले पुष्प, सरसों का तेल आदि किसी जरूरतमंद या ब्राह्मण को दान दें. इन उपायों को करने से निश्चित रूप से शनि देव प्रसन्न होंगे और साढ़ेसाती और ढैय्या का प्रभाव भी कम होगा.


हनुमान जी


हनुमान जी की पूजा करने से भी शनि देव प्रसन्न होते हैं. ऐसे में शनि जयंती के दिन हनुमान जी के सहस्र नामों का उच्चारण करें. 


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)