Signs of Death: मरने से पहले मिलते हैं ऐसे संकेत, महीनों पहले से होने लगती हैं अजीब घटनाएं
Garuda Purana: मृत्यु अंतिम सत्य है और इसके बारे में जानने की जिज्ञासा सभी के मन में होती है. गरुड़ पुराण में मृत्यु का रहस्य बताया गया है, साथ ही मौत से पहले मिलने वाले संकेत भी बताए गए हैं.
Mrityu ke Sanket: हिंदू धर्म की अवधारणा के अनुसार शरीर के जन्म-मृत्यु का चक्र चलता रहता है और आत्मा अमर रहती है. मृत्यु ही अंतिम सत्य है क्योंकि जिसका जन्म हुआ है उसकी मृत्यु निश्चित है. वहीं मृत्यु के बाद आत्मा का सफर जारी रहता है और विभिन्न जन्मों के कर्मों के आधार पर स्वर्ग-नरक का निर्धारण होता है. हर व्यक्ति के मन में जन्म-मृत्यु के रहस्य को जानने की इच्छा रहती है. इसमें मृत्यु से पहले मिलने वाले संकेत से लेकर मृत्यु के समय कैसा महसूस होता है, यह सब शामिल है. गरुड़ पुराण में इन सभी के बारे में विस्तार से बताया गया है. आज हम जानते हैं कि मृत्यु से पहले कैसे संकेत मिलने लगते हैं.
मौत से पहले के संकेत
हिंदू धर्म के अनुसार मृत्यु चाहे सामान्य तरीके से हो या अकाल मृत्यु हो उसकी प्रक्रिया छह महीने पहले से ही तय हो जाती है. यदि व्यक्ति समय रहते इन संकेतों को समझ जाए और अच्छे कर्म करे, भगवान की भक्ति करे तो उसकी मृत्यु टल भी सकती है. आज हम जानते हैं कि मृत्यु से पहले कैसे संकेत मिलते हैं. ये संकेत कुछ महीने पहले से लेकर मौत होने से कुछ पल पहले तक मिलते रहते हैं. जैसे-जैसे मृत्यु का समय करीब आता है इनकी तीव्रता बढ़ती जाती है.
- मृत्यु के कुछ महीने पहले से ही मनुष्य को मृत्यु की आहट होने लगती है. यदि वह उसे समझ पाए तो इसे पहचान सकता है. पुराणों के अनुसार मृत्यु की आहट सबसे पहले नाभि चक्र पर महसूस की जा सकती है. मृत्यु आने के पहले नाभि चक्र टूटने लगता है. जैसे-जैसे चक्र टूटता जाता है मृत्यु के करीब आने के दूसरे कई लक्षण महसूस होने लगते हैं.
- मरने से पहले व्यक्ति के हाथ की रेखाएं अस्पष्ट और बेहद हल्की हो जाती हैं. ये इस तरह मिटने लगती हैं कि उन्हें देख पाना भी मुश्किल होता है.
- मृत्यु से कुछ समय पहले व्यक्ति को अपने आसपास यमदूत नजर आने लगते हैं. वह उन्हें देखकर डरने लगता है. यहां तक कि उसे अपने आसपास खड़े लोग नजर नहीं आते हैं.
- मरने से पहले व्यक्ति को अपना चेहरा आइना, तेल या पानी में नजर आना बंद हो जाता है. उसकी सुनने, देखने की क्षमता खत्म होने लगती है. उसकी आंखों के आगे अंधेरा छा जाता है.
- मृत्यु से कुछ दिन पहले जातक की परछाई भी उसका साथ छोड़ने लगती है. यानी कि उसकी परछाई उससे अलग दिखने लगती है. उसकी छाया का सिर दिखाई नहीं देता है.
- मरने से पहले व्यक्ति के शरीर से अजीब गंध आने लगती है. ये गंध वैसी ही होती है जो शव से आती है. ऐसा आमतौर पर लोगों के साथ होता है, जो घातक बीमारी के शिकार रहते हैं. यानी कि उनका शरीर अंदर से काफी हद तक मर चुका होता है.
(Dislaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)