Hanuman Ji Ke Puja Niyam:  हिंदू धर्मशास्त्रों में सभी देवी-देवताओं के पूजा करने के अलग-अलग नियम और फायदे बताए गये हैं. वास्तुशास्त्र में भी भगवान की पूजा और उनके रख-रखाव को लेकर भी नियम बताए गए है. अगर आप घर में हनुमानजी की मूर्ति या तस्वीर रखना चाहते हैं तो आपको कई बातों का ध्यान और सावधानियां रखने के जरूरत है. हिंदू धार्मिक शास्त्रों में हनुमान जी की पूजा को लेकर कई नियम बताए गए हैं, जिनके अनुसार ही घर में संकटमोचन की मूर्ति और तस्वीर रखनी चाहिए, तो चलिए जानते हैं कि ये नियम कौन-से हैं.  


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

हनुमान जी की न लगाएं ऐसी प्रतिमा


- हिंदू धार्मिक शास्त्रों के अनुसार पूजाघर में कभी हनुमान जी उड़ते हुए तस्वीर नहीं लगानी चाहिए. उनकी हमेशा स्थिर प्रतिमा लगानी चाहिए. 


- वास्तु शास्त्र के अनुसार हनुमानजी की प्रतिमा दक्षिण द‍िशा में लगानी चाहिए, लेकिन इस द‍िशा में जो भी प्रतिमा या फोटो लगाएं उसमें हनुमानजी बैठी हुई मुद्रा में होने चाहिए. कहा जाता है क‍ि इस द‍िशा में हनुमान जी का प्रभाव अध‍िक होना चाहिए. क्‍योंकि सीता माता की खोज दक्षिण द‍िशा से आरंभ हुई थी. राम-रावण युद्ध भी दक्षिण द‍िशा में हुआ था. 


- शास्त्रों के अनुसार राक्षसों का संहार करते हुए या फिर हनुमान जी की लंका दहन की की जाने वाली तस्वीरों को घर में नहीं लगाना चाहिए. ऐसी तस्वीरें लगाने से जीवन में सुख और समृद्धि की कमी रहती है और हनुमान जी की कृपा नहीं मिल पाती. 


- शास्त्रों में बताया गया है कि हनुमान जी की ऐसी तस्वीरें या मूर्ति घर में नहीं रखना चाहिए, जिसमें उन्होंने श्रीराम और लक्ष्मण को कंधे में उठा रखा हो या फिर उन्होंने अपनी छाती चीर रखा हो. 


घर में लगाएं संकटमोचन की ऐसी प्रतिमा 


- माना जाता है कि घर में हनुमान जी की पीले वस्त्र पहने हुए प्रतिमा या मू्र्ति रखनी चाहिए. इससे घर में सुख और समृद्धि आती है और संकटमोचन आपके सभी दुखों का निवारण कर देते हैं. 


- बच्चों के कमरे में बजरंगबली की बालाव्यस्था की तस्वीर और लंगोट पहने हुए तस्वीर रखनी चाहिए. ऐसा करने से उनका मन पढ़ाई में लगा रहता है और उनको किसी भी तरह का भय नहीं होता है. 


अपनी फ्री कुंडली पाने के लिए यहां क्लिक करें


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)