Shakun shastra in hindi: हिंदू धर्म में वास्तु शास्त्र क पुराने विज्ञानों में से एक है. वास्तु शास्त्र में दिशाओं के साथ-साथ घर की चीजों के लिए भी नियम निर्धारित किए गए हैं. वास्तु के इन नियमों के पालन से आप अपने जीवन को आसान बना सकते हैं और अपने जीवन को खुशहाल बना सकते हैं. ऐसे ही वास्तु शास्त्र में दूध के गिरने को शुभ और अशुभ संकेतों से जोड़कर देखा जाता है. चलिए जानते हैं वास्तु शास्त्र के अनुसार उबलते हुए दूध के गिरने के शुभ-अशुभ संकेत.


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देता है अशुभ संकेत
वास्तु शास्त्र के मुताबिक अगर उबलता हुआ दूध नीचे गिरता है तो बेहद अशुभ संकेत माना जाता है. दूध को वास्तु शास्त्र में चंद्रमा से जोड़कर देखा जाता है. दूध उबालते समय जिस आग का उपयोग किया जाता है वो मंगल का कारक होती है.


ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मंगल और चंद्रमा दोनों की ही प्रवृत्ति विपरीत होती है. ऐसे में जब उबलता हुआ दूध नीचे गिरता है तो घर में कलह की स्थिति पैदा हो जाती है. ऐसे में घर में दूध उबालते हुए हमेशा सावधानी बरतें.


क्या कहता है शकुन शास्त्र
अगर किसी इंसान के हाथ से अचानक से दूध का गिलास छूटकर गिर जाता है तो ये बेहद अशुभ माना जाता है. गिरता हुआ दूध चंद्र दोष की वजह बनता है. शकुन शास्त्र के अनुसार कुंडली में चंद्र ग्रह के कमजोर होने से मानसिक और आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है. 


इस उपाय को करें 
अक्सर अगर आपसे दूध गिरता रहता है तो सबसे पहले आपको मां अन्नपूर्णा से माफी मांगनी चाहिए. ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक अगर आप कुंडली से चंद्र दोष को खत्म करना चाहते हैं तो चंद्रदेव को जल चढ़ाएं और मोती धारण करें. वहीं अगर आपसे घर से बाहर निकलते समय दूध नीचे गिर जाए तो भगवान को मंदिर में जाकर मीठा भोग लगाएं और फिर घर से बाहर निकलें. 


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्‍य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)