नई दिल्‍ली: हर व्‍यक्ति की कुंडली (Kundali) में ग्रहों की दशाएं अलग-अलग होती हैं और उनका जिंदगी पर शुभ-अशुभ असर भी अलग-अलग होता है. यदि कोई ग्रह (Planet) कमजोर हो तो उसे मजबूत करके अच्‍छे फल पाने के कई उपाय ज्‍योतिष में बताए गए हैं. इसमें से एक अहम उपाय है रत्‍न शास्‍त्र (Ratna Shastra) के अनुसार रत्‍न धारण करना. हालांकि रत्‍न (Gemstone) धारण करते समय भी कुछ बातों का जरूर ध्‍यान रखना चाहिए, वरना उसका पूरा फायदा नहीं मिलता है. 


रत्‍न धारण करते समय इन बातों का रखें ध्‍यान 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

- रत्‍न हमेशा किसी विशेषज्ञ की सलाह लेकर ही पहनें. गलत रत्‍न पहनने से फायदे की जगह नुकसान हो सकता है. 


- कुंडली के मुताबिक सही रत्‍न होने के साथ-साथ उस रत्‍न को पहनने का सही दिन,समय और तरीका भी उतना ही अहम है. लिहाजा इस बारे में भी विशेषज्ञ से मार्गदर्शन ले लें.  


यह भी पढ़ें: Vastu Tips: क्‍या आपके पास भी नहीं टिकता पैसा? जानिए पैसे की बर्बादी की वजह और रोकने के उपाय


- यदि एक से ज्‍यादा रत्‍न पहन रहें हों तो इस बारे में भी विशेषज्ञ से परामर्श लें कि कहीं वे रत्‍न शत्रु भाव रखने वाले ग्रहों के न हों. रत्‍नों का गलत कॉम्‍बीनेशन नुकसानदेह साबित हो सकता है. 


- रत्‍न को उसी धातु में पहनें जिसमें वह ज्‍यादा से ज्‍यादा प्रभावी साबित हो. 


- रत्‍न का वजन भी विशेषज्ञ से पूछ लें, ताकि उस ग्रह का संतुलित और अच्‍छा प्रभाव ही आपकी जिंदगी पर पड़े.


- कभी भी चटका हुआ या दोषपूर्ण रत्‍न धारण न करें. रत्‍न की शुद्धता की भी जांच कर लें. 


(नोट: इस लेख में दी गई सूचनाएं सामान्य जानकारी और मान्यताओं पर आधारित हैं. Zee News इनकी पुष्टि नहीं करता है.)