Nazar Dosh Ke Liye Upay: अक्सर आपने देखा होगा के छोटे बच्चों को बुरी नजर से बचाने के लिए उन्हें काला टीका लगाया जाता है. इतना ही नहीं, कई बार बच्चों के पैरों में काला धागा भी बांधा जाता है. ऐसा करने से माना जाता है कि बच्चे पर बुरी शक्तियों का प्रभाव नहीं पड़ता है और नकारात्मक ऊर्जा बच्चे से दूर रहती है. कहा जाता है कि बच्चे कोमल होते हैं जिसकी वजह से उनको बुरी नजर बहुत जल्द लगती है. आइए जानते हैं कि काला टीका लगाने के पीछे क्या वैज्ञानिक तर्क दिया जाता है.


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क्यों लगाते हैं काला टीका


सनातन धर्म में ज्यादातर मान्यताओं के पीछे वैज्ञानिक तथ्य बताए गए हैं. वैज्ञानिक तथ्यों की मानें तो मानव शरीर में विद्युत चुंबकीय विकिरण मौजूद होती हैं लेकिन जब बच्चों की बात आती है तब इन विकिरणों का उनमें अभाव होता है. ऐसे में जब किसी शख्स की बुरी नजर बच्चों पर पड़ती है, तब बच्चों में मौजूद इन विकिरणों पर बुरा प्रभाव पड़ता है. इसके बाद बच्चों की सेहत बिगड़ने लगते हैं और कई बार हालत ज्यादा गंभीर हो जाती है. इसलिए कहा जाता है कि जब बच्चे को काला टीका या काला धागा बांधा जाता है. तब इन विकिरणों की क्षति कम होती है और बच्चों की सेहत को ज्यादा फर्क नहीं पड़ता है. 


जान लीजिए इसका धार्मिक पक्ष


ऐसा माना जाता है कि जब कोई शख्स किसी दूसरे व्यक्ति को देखता है, तब उसके मन में दो तरह के ख्याल आते हैं जिसमें एक सकारात्मक होता है और दूसरा नकारात्मक होता है. अगर कोई शख्स किसी को नकारात्मक ख्याल से देखता है, तब सामने वाले शख्स के आसपास एक नेगेटिव ऊर्जा घूमने लगती है. इस उर्जा के प्रभाव से सेहत अथवा आर्थिक विकार संबंधी कई दिक्कतें पैदा हो जाती हैं लेकिन जब आप या बच्चे काला टीका काला लगाकर या काल धागा बांधकर चलते हैं तब इस नेगेटिव उर्जा का क्षरण होता है और उसका ज्यादा प्रभाव शरीर पर देखने को नहीं मिलता है.


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)


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